इंदौर: भगवान गणेश के प्रति आस्था यदि किसी का शौक बन जाए तो पूरा जीवन गणेश जी की प्रतिमाएं एकत्र करने के जुनून में बदल सकता है. इंदौर में इसी तरह की अद्भुत आस्था की पहचान बना चुके हैं बंगाली चौराहे पर रहने वाले चार्टर्ड अकाउंटेंट राजकुमार शाह. जिनके घर में एक या दो नहीं बल्कि साढ़े 4 हजार से ज्यादा गणेश प्रतिमाएं विराजित हो चुकी हैं. ये सभी मूर्तियां अपने आप में अनूठी और दुर्लभ हैं.
घर में हैं हजारों गणेश प्रतिमाएं
मध्य प्रदेश सहित देश भर में गणेश महोत्सव के दौरान कई पंडालों में गणेश जी विराजे हैं. वहीं इंदौर में एक ऐसा घर भी है, जहां बीते दो दशक से हर बुधवार को एक दंपति द्वारा एक गणेश मूर्ति की स्थापना की जाती है. 20 सालों से जारी इस क्रम के फलस्वरूप अब उनके घर में साढ़े 4 हजार से ज्यादा गणेश जी की अलग-अलग मुद्राओं और अलग-अलग रूप में मूर्तियां मौजूद हैं. हर प्रतिमा अपने आप में अलग है. इन मूर्तियों में गणेश जी चारपाई पर तो कहीं क्रिकेटर तो कहीं वकालत करते नजर आ रहे हैं.
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अपने-आप में अनोखी है हर मूर्ति
राजकुमार शाह बताते हैं कि उन्हें पहले ग्रीटिंग कार्ड पर बने गणेश जी इकट्ठे करने का शौक था, लेकिन फिर मूर्तियां इकट्ठा करनी शुरू की. इतनी संख्या में मूर्तियां होने के कारण अब उनके घर में हर जगह गणेश प्रतिमाएं देखने को मिलती हैं. इनकी देखभाल राजकुमार और उनकी पत्नी मिलकर करते हैं. इन मूर्तियों में सबसे खास बात यह है कि इनमें किसी में भी कोई समानता नहीं है. यह मूर्तियां न केवल देश भर से एकत्रित की गई हैं, बल्कि नेपाल, मलेशिया, थाईलैंड, साउथ अफ्रीका और इंडोनेशिया से मंगाई गई हैं. इसके अलावा शाह की कोशिश होती है कि जब भी देश के किसी हिस्से में वह जाते हैं तो अपनी आस्था के फलस्वरूप गणेश प्रतिमा खोज कर उसे अपने घर में विराजित कर देते हैं.