इंदौर। मध्य प्रदेश में सर्वाधिक दुर्घटना वाले शहर के रूप में दूसरे नंबर पर रहने वाले इंदौर में अब सड़क सुरक्षा के लिए स्कूली बच्चों को मैदान संभालना पड़ रहा है. दरअसल, सड़क सुरक्षा अभियान अभियान में इंदौर ट्रैफिक पुलिस जुटी है. कोशिश यह है कि घर के बड़े और परिजन बिना सुरक्षा के वाहन चलाते हैं तो बच्चे टोकाटाकी करें. इसी के मद्देनजर अब सड़कों पर लोगों को ट्रैफिक का पाठ पढ़ने के लिए स्कूली बच्चों ने पाठशाला लगाई.
इंदौर ट्रैफिक पुलिस व स्टूडेंट्स का अभियान शुरू
इंदौर शहर के यातायात को सुलभ और सुरक्षित बनाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने अनोखी पहल की है. इंदौर के स्कूल कॉलेज के विद्यार्थी शहर के प्रमुख चौराहों पर उतरकर वाहन चालकों को यातायात के नियम का पाठ पढ़ रहे हैं. हाथों में एबीसीडी का चार्ट लिए खड़े छात्र शहर के लोगों को ट्रैफिक की पाठशाला सिखाने उतरे. बुधवार से ये अभियान शुरू हुआ. अब प्रतिदिन शहर के अलग-अलग स्कूल और कॉलेज के छात्र चौराहों पर खड़े होकर वाहन चालकों को ट्रैफिक नियम पढ़ाएंगे.
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वाहनचालकों को चौराहों पर समझाइश दे रहे स्टूडेंट्स
बुधवार को इस अभियान की शुरुआत इंदौर के रीगल तिराहे से हुई. अभियान को लेकर यातायात पुलिस जवान रणजीत सिंह ने बताया कि ट्रैफिक रूल्स का पालन नहीं करने के कारण लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं. जिसमें कई लोगों की जान भी जा रही है. शहर के अलग-अलग चौराहों पर यातायात पुलिस के साथ विद्यार्थियों द्वारा नियम पालन नहीं करने वालों को समझाइश दी जा रही है. ट्रैफिक पुलिस के रणजीत सिंह का कहना है कि जिस तरह से इंदौर की जागरूक जनता ने मिलकर शहर को सात बार स्वच्छता में देश में नंबर वन बनाया है तो क्यों ना इंदौर के ट्रैफिक को नंबर वन बनाएं.