भोपाल: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर अब देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से सीधे जुड़ने जा रही है. इसके साथ ही मध्य प्रदेश के 4 जिले पहली बार रेल लाइन से जुड़ने जा रहे हैं. केन्द्र की मोदी सरकार ने इंदौर और मुंबई के बीच 309 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन परियोजना को मंजूरी दे दी है. 18 हजार 36 करोड़ की यह परियोजना अगले 5 सालों में पूरी जो जाएगी. इस नई रेल लाइन के शुरू होने से मध्य प्रदेश के उद्योग जगत की उड़ान को नए पंख लगेंगे.
दो राज्यों के 6 जिलों को जोड़ेगी यह परियोजना
यह नई रेल परियोजना इंदौर और मनमाड़ के बीच प्रस्तावित है. अभी तक इंदौर से मुंबई के लिए सीधी रेल लाइन मौजूद नहीं है. अभी वाया भोपाल और वाया वडोदरा ही ट्रेन रूट पर रेल यातायात होता है. इंदौर से मनमाड़ के बीच सीधी रेल लाइन शुरू होने से मध्य प्रदेश के 4 जिले पहली बार रेल लाइन से जुड़ेंगे. जबकि महाराष्ट्र के 2 नए जिले रेल सुविधा से जुड़ेंगे. यह रेल परियोजना मध्य प्रदेश के बड़वानी, खरगोन, महेश्वर और महू से गुजरेगी. 309 किलोमीटर की इस परियोजना के साथ 30 नए स्टेशन बनाए जाएंगे. इससे बड़वानी को बेहतर संपर्क मिलेगा. इस परियोजना से करीबन 1 हजार गांवों और 30 लाख आबादी को रेल कनेक्टिविटी मिलेगी.
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उज्जैन में बढ़ेगी पर्यटकों की संख्या
इस नई परियोजना से पश्चिमी और दक्षिण पश्चिमी हिस्से को मध्य प्रदेश से जोड़ने वाला सबसे छोटा रास्ता मिलेगा. इससे महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर सहित उज्जैन-इंदौर क्षेत्र में पर्यटन और धार्मिक स्थलों पर पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी. इससे महू के पीथमपुर के ऑटो क्लस्टर को जेएनपीए के गेटवे पोर्ट और अन्य राज्य बंदरगाहों से सीधा संपर्क मिलेगा. इस परियोजना से मध्य प्रदेश के बाजरा उत्पादक जिलों और महाराष्ट्र के प्याज उत्पादक जिलों को भी सीधा संपर्क मिल जाएगा.