इंदौर। रंगपंचमी पर परंपरागत गेर का आयोजन किया जाता है लेकिन इस बार जिला प्रशासन और पुलिस ने गेर में शामिल होने के लिए जहां नई तरह की गाइडलाइन जारी की है, जिसके कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं पुलिस इस नई व्यवस्था की जमकर तारीफ कर रही है.
गेर में शामिल होने नई गाइडलाइन
इंदौर में शनिवार को रंगपंचमी के दिन परंपरागत गेर का आयोजन किया जा रहा है जिसमें शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग दूर-दूर से राजवाड़ा पहुंच रहे हैं. इस बार रंगपंचमी की गेर में मुख्यमंत्री मोहन यादव भी शामिल होंगे. जिसके चलते इंदौर पुलिस और जिला प्रशासन में नई गाइडलाइन जारी की है. जिसके कारण कई लोगों को इंदौर के राजबाड़ा पहुंचने के लिए कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इंदौर के राजबाड़ा पहुंचने के विभिन्न मार्गों पर पुलिस के द्वारा बैरिकेडिंग कर दी गई है जिसके कारण कई लोग राजवाड़ा तक नहीं पहुंच पा रहे हैं.
राजवाड़ा क्षेत्र नो व्हीकल जोन घोषित
राजवाड़ा क्षेत्र को पूरी तरीके से नो व्हीकल जोन घोषित किया गयाहै. कुछ लोगों ने इस पूरे मामले को लेकर आपत्ति भी ली और उनका कहना था कि जिला प्रशासन इस तरह की गाइडलाइन जारी कर त्यौहार को खराब कर देता है. वहीं जब इस पूरे मामले को लेकर डीसीपी ऋषि राज मीना से बातचीत की तो उनका कहना था कि "जनता की सुविधा को देखते हुए इस तरह की व्यवस्था की गई है और कहीं पर भी बेरिकेटिंग कर लोगों को आने से नहीं रोका जा रहा है. जो लोग गाड़ियों से राजवाड़ा तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं उन्हें रोकने का प्रयास किया जा रहा है".
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5000 से ज्यादा पुलिस जवानों की ड्यूटी
गेर में किसी तरह की हुड़दंग नहीं हो इसके लिए तकरीबन 5000 से अधिक पुलिस जवानों को लगाया गया है जो सुरक्षा व्यवस्था में तैनात है. इसी के साथ ड्रोन और सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से भी नजर रखी जा रही है और हुड़दंग मचाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है. गेर शुरू होने से पहले ही तकरीबन चार से पांच ऐसे हुड़दंगियों को पकड़कर पुलिस ने थाने भेज दिया है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है.