इंदौर : गीता के सुर्खियों में होने की वजह है मध्य प्रदेश राज्य ओपन (मूक बधिर) की आठवीं की परीक्षाएं. दरअसल, इस परीक्षा में पाकिस्तान से आई गीता 68 प्रतिशत के साथ पास हुई हैं. वहीं उन्होंने सामाजिक विज्ञान में 100 में से 98 और संस्कृत में 100 में से 75 नंबर प्राप्त किए हैं. बता दें कि गीता की आठवीं की परीक्षा के लिए इंदौर की आनंद मूकबधिर संस्था के डायरेक्टर ज्ञानेंद्र पुरोहित ने काफी मेहनत की है. वे गीता की जूम एप के माध्यम से लगातार क्लास लेते थे.
महाराष्ट्र से एमपी पहुंची गीता
गौरतलब है कि एमपी राज्य ओपन परीक्षा पिछले दिनों भोपाल में आयोजित हुई थी और इस परीक्षा में भाग लेने के लिए महाराष्ट्र से गीता भी पहुंची थीं. बता दें कि पिछले कुछ वक्त से गीता अपनी मां के पास औरंगाबाद महाराष्ट्र में रह रही हैं लेकिन एमपी राज्य ओपन परीक्षा के लिए वे भोपाल पहुंचीं.
कौन है पाकिस्तान की गीता?
दरअसल, मूक बधिर गीता 23 साल पहले बचपन में गलती से ट्रेन में चढ़कर पाकिस्तान पहुंंच गई थीं. पाकिस्तान रेंजर्स ने उसे लाहौर रेलवे स्टेशन पर समझौता एक्सप्रेस में अकेले बैठा हुआ पाया था. वे सबसे पहले तब सुर्खियों में आई थीं जब वे 2015 में पाकिस्तान से लौटी थीं. गीता का असली नाम राधा है. हाल ही में उन्होंने मध्य प्रदेश राज्य मुक्त विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित कक्षा 8वीं की परीक्षा में सामाजिक विज्ञान और संस्कृत में विशेष योग्यता के साथ 600 में से 411 अंक हासिल किए हैं. इंदौर के एक गैर-सरकारी संगठन आनंद सर्विस सोसाइटी ने पाकिस्तान से लौटने के बाद गीता को समाज की मुख्य धारा लाने की कोशिशें शुरू की थीं. ये कोशिशें अब साकार हो गई हैं.
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सीएम से की नौकरी की डिमांड
आनंद मूक बधीर संस्था के डायरेक्टर ज्ञानेंद्र पुरोहित का कहना है कि गीता ने आठवीं की परीक्षा फर्स्ट डिवीजन से पास की है, जिसके चलते वे आगे की पढ़ाई जारी रखने के साथ ही सरकारी नौकरी करना चाहती हैं. इसे लेकर गीता ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से भी मांग की है.