ETV Bharat / state

मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र में सरकार लेगी 59 गांवों की 900 हेक्टेयर जमीन, बनेगा इंदौर मनमाड़ रेल लाइन - INDORE MANMAD RAILWAY LINE

इंदौर-मनमाड़ रेलवे लाइन के काम में तेजी, जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू, प्रधानमंत्री कार्यालय से निगरानी.

INDORE MANMAD RAILWAY LINE
इंदौर-मनमाड़ रेलवे लाइन की प्रक्रिया तेज (ETV BHARAT)
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 30, 2025, 6:42 PM IST

इंदौर : इंदौर-मनमाड़ रेलवे लाइन को लेकर रेलवे मंत्रालय के साथ ही प्रधानमंत्री कार्यालय गंभीर है. रेलवे मंत्रालय के साथ ही पीएमओ इस काम की निगरानी खुद कर रहे हैं. इसके लिए अफसरों की टीम प्रोग्रेस पर लगातार रिपोर्ट बना रही है. इस रेलवे प्रोजेक्ट के तहत भूमि अधिग्रहण के आदेश भी जारी हो चुके हैं. इंदौर जिले में किसानों की जमीन का अधिग्रहण शुरू हो चुका है. इस रेलवे लाइन को लेकर इंदौर सांसद शंकर लालवानी भी लगातार बैठकें ले रहे हैं.

इंदौर से मनमाड़ के बीच 309 किमी लंबी रेलवे लाइन

इंदौर-मनाड़ रेलवे लाइन प्रोजेक्ट के तहत मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के कुल 13 जिलों की भूमि का अधिग्रहण होना है. इंदौर से सटे महू के गांवों में भूमि अधिग्रहण के लिए अफसर तैनात कर दिए गए हैं. इसका नोटिफिकेशन भी हो चुका है. बता दें कि इंदौर से मनमाड़ के बीच इस रेलवे लाइन की कुल दूरी 309 किमी लंबी है. ये लाइन बनने से इंदौर सीधा मुंबई से कनेक्ट हो जाएगा. इस प्रोजेक्ट पर कुल 18,036 करोड़ रुपए खर्च होंगे. इस फंड की अनुमति मिल चुकी है.

मध्यप्रदेश के साथ ही महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण शुरू

रेलवे के सूत्रों के अनुसार इंदौर-मनमाड़ रेलवे प्रोजेक्ट में मध्यप्रदेश की सीमा में करीब 170 किमी लाइन आ रही है. करीब 900 हेक्टेयर भूमि मध्यप्रदेश में किसानों की अधिग्रहीत की जानी है. मध्य प्रदेश में कुल 18 स्टेशन बनाए जाएंगे. ये हैं महू, केलोद, कमदपुर, झाड़ी बरोदा आदि. इसके साथ ही इंदौर और धुलिया जिले के कुल 59 गांवों का भी भूमि अधिग्रहण किया जाना है. इंदौर जिले के 22 गांव और धुलिया जिले के 37 गांवों को भूमि अधिग्रहण के लिए चुना गया है.

इंदौर के साथ ही आदिवासी अंचलों को लाभ

इंदौर-मनमाड़ रेलवे लाइन प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद इस पर शुरू में एक तरफ से 16 यात्री ट्रेनें चलेंगी. इसके बाद ट्रेनों की संख्या समय-समय पर बढ़ती जाएगी. बड़ी बात ये है कि इस रेलवे लाइन के बनने से इंदौर की दूरी सिमटकर 830 किमी से कम होकर 568 किमी हो जाएगी. अभी तक मध्यप्रदेश के आदिवासी क्षेत्र धार, खरगोन और बड़वानी रेलवे से अछूते हैं, इस रेलवे लाइन के शुरू होने से इन जिलों के लोगों को रेल सुविधा का लाभ मिलने लगेगा. इस प्रोजेक्ट को लेकर इंदौर सांसद शंकर लालवानी का कहना है "ये महात्वाकांक्षी परियोजना है. इस रेलवे लाइन के बनने के बाद इंदौर का द्रुत गति से औद्योगिक विकास होगा. इसके साथ ही धार, खरगोन और बड़वानी जिलों की किस्मत भी चमक उठेगी."

एक हजार गांवों की 30 लाख आबादी को रेल सुविधा

रतलाम रेल मंडल के पीआरओ खेमराज मीणा ने बताया "इंदौर मनमाड़ रेल प्रोजेक्ट के तहत धार, खरगोन, बड़वानी जिले की आदिवासी अंचल से पहली बार रेल लाइन गुजरेगी. इंदौर मनमाड़ रेल प्रोजेक्ट के तहत कुल 309 किलोमीटर लंबी रेल लाइन इंदौर से महाराष्ट्र के मनमाड़ तक बिछाई जाएगी. इस योजना से 1000 गांव के 30 लाख आबादी को सीधा लाभ मिलेगा. इस रेल लाइन के लिए इंदौर और धुलिया जिले के 59 गांव का भूमि अधिग्रहण किया जाएगा, इसके आदेश जारी कर दिए गए हैं."

इंदौर : इंदौर-मनमाड़ रेलवे लाइन को लेकर रेलवे मंत्रालय के साथ ही प्रधानमंत्री कार्यालय गंभीर है. रेलवे मंत्रालय के साथ ही पीएमओ इस काम की निगरानी खुद कर रहे हैं. इसके लिए अफसरों की टीम प्रोग्रेस पर लगातार रिपोर्ट बना रही है. इस रेलवे प्रोजेक्ट के तहत भूमि अधिग्रहण के आदेश भी जारी हो चुके हैं. इंदौर जिले में किसानों की जमीन का अधिग्रहण शुरू हो चुका है. इस रेलवे लाइन को लेकर इंदौर सांसद शंकर लालवानी भी लगातार बैठकें ले रहे हैं.

इंदौर से मनमाड़ के बीच 309 किमी लंबी रेलवे लाइन

इंदौर-मनाड़ रेलवे लाइन प्रोजेक्ट के तहत मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के कुल 13 जिलों की भूमि का अधिग्रहण होना है. इंदौर से सटे महू के गांवों में भूमि अधिग्रहण के लिए अफसर तैनात कर दिए गए हैं. इसका नोटिफिकेशन भी हो चुका है. बता दें कि इंदौर से मनमाड़ के बीच इस रेलवे लाइन की कुल दूरी 309 किमी लंबी है. ये लाइन बनने से इंदौर सीधा मुंबई से कनेक्ट हो जाएगा. इस प्रोजेक्ट पर कुल 18,036 करोड़ रुपए खर्च होंगे. इस फंड की अनुमति मिल चुकी है.

मध्यप्रदेश के साथ ही महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण शुरू

रेलवे के सूत्रों के अनुसार इंदौर-मनमाड़ रेलवे प्रोजेक्ट में मध्यप्रदेश की सीमा में करीब 170 किमी लाइन आ रही है. करीब 900 हेक्टेयर भूमि मध्यप्रदेश में किसानों की अधिग्रहीत की जानी है. मध्य प्रदेश में कुल 18 स्टेशन बनाए जाएंगे. ये हैं महू, केलोद, कमदपुर, झाड़ी बरोदा आदि. इसके साथ ही इंदौर और धुलिया जिले के कुल 59 गांवों का भी भूमि अधिग्रहण किया जाना है. इंदौर जिले के 22 गांव और धुलिया जिले के 37 गांवों को भूमि अधिग्रहण के लिए चुना गया है.

इंदौर के साथ ही आदिवासी अंचलों को लाभ

इंदौर-मनमाड़ रेलवे लाइन प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद इस पर शुरू में एक तरफ से 16 यात्री ट्रेनें चलेंगी. इसके बाद ट्रेनों की संख्या समय-समय पर बढ़ती जाएगी. बड़ी बात ये है कि इस रेलवे लाइन के बनने से इंदौर की दूरी सिमटकर 830 किमी से कम होकर 568 किमी हो जाएगी. अभी तक मध्यप्रदेश के आदिवासी क्षेत्र धार, खरगोन और बड़वानी रेलवे से अछूते हैं, इस रेलवे लाइन के शुरू होने से इन जिलों के लोगों को रेल सुविधा का लाभ मिलने लगेगा. इस प्रोजेक्ट को लेकर इंदौर सांसद शंकर लालवानी का कहना है "ये महात्वाकांक्षी परियोजना है. इस रेलवे लाइन के बनने के बाद इंदौर का द्रुत गति से औद्योगिक विकास होगा. इसके साथ ही धार, खरगोन और बड़वानी जिलों की किस्मत भी चमक उठेगी."

एक हजार गांवों की 30 लाख आबादी को रेल सुविधा

रतलाम रेल मंडल के पीआरओ खेमराज मीणा ने बताया "इंदौर मनमाड़ रेल प्रोजेक्ट के तहत धार, खरगोन, बड़वानी जिले की आदिवासी अंचल से पहली बार रेल लाइन गुजरेगी. इंदौर मनमाड़ रेल प्रोजेक्ट के तहत कुल 309 किलोमीटर लंबी रेल लाइन इंदौर से महाराष्ट्र के मनमाड़ तक बिछाई जाएगी. इस योजना से 1000 गांव के 30 लाख आबादी को सीधा लाभ मिलेगा. इस रेल लाइन के लिए इंदौर और धुलिया जिले के 59 गांव का भूमि अधिग्रहण किया जाएगा, इसके आदेश जारी कर दिए गए हैं."

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.