इंदौर: बेंगलुरु के अतुल सुभाष का मामला सुर्खियों में आने के बाद देश के बाकी हिस्सों से इस तरह की घटना देखने मिल रही है. मध्य प्रदेश के इंदौर जिले से भी बेंगलुरु के अतुल सुभाष जैसा मामला सामने आया है. यहां शहर के बाणगंगा थाना क्षेत्र में रहने वाले इवेंट फोटोग्राफर नितिन ने आत्महत्या कर ली. ऐसा आरोप है कि नितिन ने पत्नी की प्रताड़नाओं से तंग आकर ऐसा आत्मघाती कदम उठाया है. मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. वहीं युवक के परिजन मृतक की पत्नी पर कई आरोप भी लगा रहे हैं. युवक ने आत्महत्या से पहले 14 पन्नों में पत्नी पर आरोप लगाते हुए कई बातों का जिक्र भी किया है.
पत्नी से प्रताड़िता था नितिन
इंदौर के बाणगंगा थाना क्षेत्र में रहने वाले नितिन ने आत्महत्या कर ली. मृतक के भाई सूरज ने बताया कि "नितिन 14 साल की उम्र से सिम बेचने का काम करता था. इसी दौरान बंगाली चौराहे पर रहने वाली एक युवती से उसकी दोस्ती हो गई. इसके बाद धीरे-धीरे परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर नितिन ने युवती से शादी कर ली. शादी करने के बाद वह पत्नी के साथ अलग रहता था, लेकिन खाना हमारे घर पर आकर खाता था. इस दौरान वह पत्नी से किस तरह प्रताड़ित था, इसकी जानकारी भी वह हमें देता था.
खाना नहीं बनाती, बिना बताए कराया अबॉर्शन
सूरज ने बताया कि नितिन की पत्नी सुबह 10 बजे उठती थी और उठते ही फोन चलाने लग जाती थी. इस दौरान वह घर में खाना भी नहीं बनती थी. जिसके चलते नितिन हमारे घर पर आकर खाना खाता था. साथ ही जब वह ऑफिस से लौटकर वापस घर जाता था तो बाहर खाना खाने की जिद करती थी. इसी के साथ जब उसकी पत्नी प्रेग्नेंट हुई तो नितिन को बिना बताए, उसने गर्भपात करवा दिया. इस बात को लेकर नितिन ने अपने परिजनों से बात की, तो उन्होंने नितिन की पत्नी से बात कर साथ में रहने की बात कही. उसके बाद वह साथ रहने लगी.
बच्चे को लेकर मायके गई, पति और ससुराल पर किया केस
इस दौरान भी अलग-अलग तरह से वह पूरे परिवार को परेशान करती रहती थी. वह छोटी-छोटी बातों को लेकर विवाद करती थी. नितिन के घर एक बच्चे का जन्म हुआ. जिसे लेकर एक पूजा कराने का बहाना बनाकर उसकी पत्नी अपने माता-पिता के घर राजस्थान के कुचामन थाना डीडवान चली गई. वहां से कुछ दिनों तक तो फोन पर बात करने लगी, लेकिन इसके बाद उसने नितिन से बात करना बंद कर दी. परिवार के अन्य सदस्यों के भी फोन नंबर उसने ब्लैक लिस्ट में डाल दिए. इसके बाद कूचमान थाने पर दहेज प्रताड़ना सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज करवा दिया.
14 पेज का नोट, बोला-अगले जन्म में चुकाऊंगा कर्ज
वहीं कुचामन पुलिस ने नितिन और उनके परिजनों को जब बयान के लिए बुलाया, तो उसने कई और आरोप लगाए. साथ ही वहां के टीआई ने केस से बाहर निकालने के लिए परिजनों से ₹50000 की डिमांड की और नहीं देने पर नितिन के साथ अभद्रता भी की. इसके साथ ही मृतक की पत्नी ने भरण-पोषण के लिए 80 हजार रुपए हर महीने मांगे थे. इसके अलावा 30 लाख रुपए की मांग भी की थी. कुचामन सिटी कोर्ट और थाने में बार-बार पेशी पर जाकर नितिन परेशान हो चुका था, इन्हीं सब बातों से परेशान होकर उसने आत्मघाती कदम उठाया." बता दें इस तरह के कई आरोपों का जिक्र नितिन ने आत्महत्या से पहले लिखे 14 पन्ने के सुसाइड नोट में किया है. उसने आखिर में अपनी मां के लिए संदेश में लिखा है कि अगले जन्म में लौट कर उसका कर्ज चुकाएगा.
मृतक के भाई ने की कानून बदलने की मांग
मृतक के भाई सूरज ने प्रशासन से मांग कि है कि जल्द से जल्द उसकी पत्नी और परिवार के अन्य लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए. साथ ही केंद्र सरकार महिला संबंधी कानून में बदलाव करे, क्योंकि पहले सरकार का नारा हुआ करता था बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, लेकिन आज यदि बेटों को बेटियों से बचाना है, तो कानून में संशोधन करना पड़ेगा.
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प्रशासन ने जब्त किया आत्महत्या से पहले लिखा नोट
अपने नारे में भी बदलाव करना होगा, क्योंकि महिलाएं कानून का दुरुपयोग कर रही हैं. जिस तरह से आज हमारा परिवार परेशान हो रहा है. आगे भी कई परिवार इसी तरह से परेशान होते रहेंगे." मामले में एडिशनल डीसीपी राम स्नेही मिश्रा का कहना है कि "मामले में मृतक के सुसाइड नोट को जब्त कर लिया गया है. परिजन जो भी आरोप लगा रहे हैं, उसकी जांच पड़ताल की जा रही है.