इंदौर। खजराना गणेश मंदिर को दुनियाभर में जाना जाता है. दूर दूर से लोग यहां पर अपनी मनोकामनाएं पूरी करने के लिए आते हैं. इसी बीच मंदिर में दर्शन व्यवस्था को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल एक मैसेज के कारण बवाल हो गया. दरअसल मैसेज में उल्लेख था कि मंदिर में शीघ्र दर्शन के लिए दर्शन शुल्क लगना शुरू हो गया है. ये मैसेज वायरल होते ही इंदौर में तीखी प्रतिक्रिया आने का सिलसिला शुरू हो गया. जिसके तुरंत बाद कलेक्टर आशीष सिंह को सफाई देनी पड़ी कि सोशल मीडिया पर वायरल हुआ मैसेज अफवाह है और ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया है.
शीघ्र दर्शन के लिए ये मैसेज हुआ वायरल
सोशल मीडिया पर दर्शन व्यवस्था से जुड़ा एक मैसेज वायरल हुआ, जिसमें कहा गया कि खजराना गणेश मंदिर में प्रथल गैलरी से दर्शन के लिए अब 50 रुपए दर्शन शुल्क देना होगा. यदि दो लोग यानी पति-पत्नी जाते हैं तो 100 रुपए शुल्क होगा, बच्चों का शुल्क नहीं लगेगा. इसके लिए सीढ़ियों के पास में ही काउंटर टेबल लगाई गई है. सीढ़ियों पर चढ़ते ही आपको यह काउंटर टेबल दिख जाएगी, यहां से रसीद कटाकर भक्त प्रथम गैलरी से भगवान के जल्दी दर्शन कर सकते हैं. इस गैलरी के पीछे एक कॉमन गैलरी बनी है जहां से दर्शन के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा.
कलेक्टर ने कहा वायरल मैसेज अफवाह
मंदिर दर्शन से जुड़ी जानकारी वायरल होते ही शहर के जागरुक लोग सक्रिय हुए और इस पर तीखी प्रतिक्रिया आने लगी. जिसके तुरंत बाद कलेक्टर आशीष सिंह का बयान भी सामने आ गया. कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि "मंदिर में दर्शन शुल्क को लेकर वायरल हो रहा मैसेज अफवाह है. वैसे भी ऐसे निर्णय मंदिर की प्रबंध समिति की बैठक में ही हो सकते हैं, जो आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण फिलहाल नहीं हो सकती है."
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अभिषेक का शुल्क पहले से है निर्धारित
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि "दर्शन शुल्क जैसा कोई प्रस्ताव भी नहीं है. मंदिर में चांदी के गणेश जी के अभिषेक का निर्धारित शुल्क ₹100 पहले से तय है और ये व्यवस्था लंबे समय से जारी है, लिहाजा मंदिर से जुड़ा ऐसा संदेश कैसे और कहां से वायरल हुआ इसकी जांच की जा रही है."