इंदौर: इच्छापुर हाईवे का निर्माण कार्य लगातार जारी है. निर्माण कंपनी के द्वारा महू के सिमरोल के समीप सड़क और टनल का निर्माण कार्य किया जा रहा है. कंपनी के द्वारा यहां पत्थरों को फोड़ने के लिए ब्लास्टिंग की जा रही है. ग्रामीणों का आरोप है कि शुक्रवार को ब्लास्टिंग के दौरान हुए मिसफायर के चलते एक मकान में नुकसान हुआ है. इसके बाद ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर विरोध करते हुए निर्माण कार्य भी रोक दिया. वहीं कंपनी ने ग्रामीणों पर मारपीट करने का आरोप लगाया है.
ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन
इंदौर इच्छापुर हाईवे के निर्माण का कार्य हैदराबाद की एक कंपनी के द्वारा किया जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि बीते दिनों भी ब्लास्टिंग के कारण कई मकानों में क्षति हुई थी. शुक्रवार दोपहर को ब्लास्टिंग से निकले बड़े-बड़े पत्थर मकानों पर आ गिरे. हालांकि गनीमत रही कि कोई ग्रामीण घायल नहीं हुआ है. कंपनी द्वारा की जा रही ब्लास्टिंग के कारण यहां बने मकानों में भी दरारें सामने आई हैं. पत्थरों के मकान पर पहुंचने के बाद ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया और काम रुकवा दिया.
कंपनी ने ग्रामीणों पर लगाया मारपीट करने का आरोप
इस मामले की सूचना लगते ही सिमरोल पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाइश दी. हालांकि, ग्रामीणों ने सड़क निर्माण कंपनी पर लापरवाही करने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने बताया कि इसके पहले भी ब्लास्टिंग के कारण मकान में क्षति हुई थी. इसे प्रशासन के द्वारा सही कराने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन आज तक इस पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. वहीं सड़क निर्माण कंपनी के डीजीएम नागेश्वर राव का कहना है कि ''उनके द्वारा की गई ब्लास्टिंग में आज मिसफायर हुआ था, जिसके कारण यह स्थिति बनी है. घटना के बाद ग्रामीणों द्वारा विरोध भी किया गया और कंपनी के लोगों से मारपीट भी की गई है.''