इंदौर : क्राइम ब्रांच के मुताबिक शहर की एक 65 वर्षीय महिला से ट्राई अधिकारी बनकर 46 लाख की ठगी की गई है. ठगों ने वारदात से पहले बुजुर्ग महिला को डरा धमकाकर 5 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट पर रखा. महिला ने क्राइम ब्रांच को बताया कि ट्राई के अधिकारी बनकर उससे कहा गया कि उसके मोबाइल नंबर का इस्तेमाल गलत चीजों में किया गया है. इसके बाद उसे इतना ज्यादा डराया धमकाया गया कि वह ठगों की हर बात मानती चली गई और आखिरकार 46 लाख की ठगी का शिकार हो गई.
पहले ट्राई फिर सीबीआई अधिकारी बनकर धमकाया
इंदौर क्राइम ब्रांच के मुताबिक 65 वर्षीय वृद्ध महिला ने शिकायत करते हुए अपने साथ हुई पूरी घटना का जिक्र किया है. महिला ने बताया कि उसका बेटा बाहर रहता है और वह अकेली रहती है. पिछले दिनों उसे ट्राई के दिल्ली ऑफिस से जांच अधिकारी बनकर विनोद कुमार नामक व्यक्ति ने फोन लगाया और कहा कि आपके नाम से जो सिम रजिस्टर्ड है उससे गैर कानूनी विज्ञापन का काम किया गया है. आपके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. वृद्धा ने जब घबराहट में फोन काट दिया तो दूसरे नंबर से एक बार फिर फोन आया और इस बार ठगी करने वाले व्यक्ति ने खुद को सीबीआई अफसर बताते हुए बोला कि आपने जो अपने बेटे को कंबोडिया पार्सल भेजा है, उसे कस्टम विभाग ने पकड़ा है और उसमें कुछ मादक पदार्थ है. इसके चलते आपके खिलाफ कार्रवाई की जानी है.
बुरी तरह डराया फिर 46 लाख ठगे
बुजुर्ग महिला को डराने का सिलसिला थमा नहीं. इस दौरान सीबीआई के अधिकारी बनकर संदीप कुमार नाम के व्यक्ति ने फोन किया और कहा कि आपके खाते से ड्रग्स व आतंकवाद के लिए करोड़ों रुपए के ट्रांजेक्शन हुए हैं, जिसके चलते आपके खिलाफ गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज कर आपको गिरफ्तार किया जाएगा. इसी दौरान ठगी करने वाले व्यक्ति ने कहा कि यदि आपको इस कार्रवाई से बचाना है तो हमें और सारे अधिकारियों को लाखों रुपए देने होंगे. जब महिला ने 46 लाख रुपए ट्रांसफर किया और उसके बाद विदेश में रहने वाले अपने लड़के को पूरे मामले की जानकारी दी तो उन्होंने वृद्धा के साथ ठगी होने की जानकारी दी. इसके बाद वृद्ध महिला इंदौर क्राइम ब्रांच पहुंची और पूरे मामले की जानकारी दी.
इस मामले को लेकर इंदौर क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने कहा, '' पूरे ही मामले में वृद्ध को 5 दिनों तक हाउस अरेस्ट कर कर ठगी की गई है वहीं आरोपियों ने रोजाना अलग-अलग नंबर और अधिकारी बनकर वृद्ध को काफी डराया और उसके बाद लाखों रुपए अकाउंट में ट्रांसफर करा लिए. इस दौरान आरोपियों ने वृद्ध के लाखों रुपए ट्रांसफर करवाने के बाद यह भी कहा कि आपके पैसे हमारे पास सुरक्षित हैं.''