इंदौर: देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में डेंगू का बड़ा मामला सामने आया है. शहर से लगभग 40 किलोमीटर दूर एक गांव में डेंगू के तकरीबन 85 मामले सामने आए हैं. सभी गंभीर मरीजों को इलाज के लिए इंदौर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एक ही गांव में डेंगू के इतने ज्यादा केस सामने आने के बाद प्रशासन सकते में आ गया है. रोकथाम के लिए फॉगिंग कराई जा रही है.
लगभग हर घर में एक मरीज
इंदौर शहर से करीब 40 किलोमीटर दूर जलोदिया पंथ गांव स्थित है. करीब 2000 की आबादी वाले इस गांव में एक साथ डेंगू के करीब 85 मामले सामने आए हैं. यहां करीब हर घर में एक मामला सामने आया है. स्वास्थ्य विभाग के संज्ञान में मामला आते ही विभाग के अधिकारी और कर्मचारी सक्रिय हो गए. अधिकारियों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर गंभीर मरीजों को इंदौर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया है. इसके अलावा ग्रामीणों के सहयोग से पूरे गांव में फॉगिंग कराई जा रही है.
ये भी पढ़ें: मध्य प्रदेश के सरकारी डॉक्टरों की चांदी, मोहन यादव सरकार देगी अतिरिक्त भत्ता तिरुपति के बाद बागेश्वर धाम में दूषित प्रसाद का संदेह, खाद्य विभाग ने मारा छापा |
सफाई पर सरपंच ने नहीं दिया ध्यान
ग्रामीण रोहित पटेल का कहना है कि, "पिछले 1 महीने से क्षेत्रीय सरपंच बलदेव पटेल से गांव में सफाई को लेकर शिकायत की गई थी, लेकिन सरपंच ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया. इस वजह से पूरे गांव में गंदगी पसरी हुई है. जिस वह से गांव में डेंगू विस्फोट हुआ है. पिछले दिनों डेंगू की वजह से एक गर्भवती महिला की मौत भी हो चुकी है." स्वास्थ्य विभाग के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर अभिलाष धाकड़ का कहना है कि, "ग्रामीणों की शिकायत पर क्षेत्र में फॉगिंग के साथ लार्वा को नष्ट करने का काम कराया जा रहा है. ग्रामीणों की मेडिकल जांच की गई है, जिसमें से प्रारंभिक तौर पर 40 लोगों की पुष्टि हुई है." वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि 85 एक्टिव केस हैं.