इंदौर। कांग्रेस नेताओं ने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में प्रदर्शन कर पेपर लीक मामले में दोषी कॉलेजों की मान्यता निरस्त करने की मांग की. इसके साथ ही कॉलेज संचालकों के विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के प्रशासनिक संकुल में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. सज्जन सिंह वर्मा का कहना है "एमबीए पेपर लीक मामले में अब तक ठोस कार्रवाई नहीं हुई है."
अक्षय बम के कॉलेज की मान्यता निरस्त करने की मांग
कांग्रेस नेता सज्जन वर्मा ने कहा "भाजपा नेता अक्षय बम के आइडियलिक कॉलेज में एमबीए का पेपर लीक हुआ पर अब तक इस कॉलेज की मान्यता निरस्त नहीं की गई है और ना ही कॉलेज संचालक अक्षय बम के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई है." कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि कॉलेज संचालक भाजपा नेता अक्षय बम को बचाने की कोशिश की जा रही है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा कुलपति रेनू जैन से मुलाकात कार्यालय आइडियलिक महाविद्यालय की मान्यता निरस्त किए जाने के साथ-साथ कॉलेज संचालक और भाजपा नेता अक्षय बम के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाने की मांग की गई.
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बम के कॉलेज पर 5 लाख का जुर्माना
गौरतलब है कि एमबीए पेपर लीक मामले में पुलिस द्वारा 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस जांच में सामने आया था कि आइडियलिक कॉलेज से पेपर लीक हुआ. वहीं इस मामले में कुलपति डॉ. रेनू जैन का कहना है "विश्वविद्यालय द्वारा महाविद्यालय पर ₹5 लाख का जुर्माना लगाया गया है. परीक्षा केंद्र से ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है. दोषी कॉलेज की मान्यता निरस्त किए जाने को लेकर कार्रवाई जारी है. मान्यता निरस्त किए जाने का फैसला शासन स्तर पर लिया जाना है. मान्यता शासन द्वारा दी जाती है और संबद्धता विश्वविद्यालय द्वारा दी जाती है."