इंदौर: मां शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 3 अक्टूबर से होने जा रही है. माता के आगमन को लेकर देशभर में धूमधाम से तैयारियां की जा रही है. लोग जोर-शोर से गरबा की प्रैक्टिस कर रहे हैं, लेकिन मध्य प्रदेश में नवरात्रि से पहले गरबा में एंट्री को लेकर राजनीतिक बवाल शुरू हो गया है. इंदौर बीजेपी जिला अध्यक्ष चिंटू वर्मा के बयान को कांग्रेस ने आड़े हाथों लिया है. कांग्रेस के संभागीय प्रवक्ता विवेक खंडेलवाल ने इसे भाजपा का पब्लिसिटी स्टंट बताया है.
बीजेपी जिला अध्यक्ष की गोमूत्र मांग
दरअसल, सोमवार को भाजपा जिला अध्यक्ष चिंटू वर्मा ने गरबा पंडालों में एंट्री को लेकर नई मांग की थी. चिंटू वर्मा ने कहा था कि 'गरबा पंडालों में एंट्री को लेकर पहचान पत्र में आसानी से छेड़छाड़ की जा सकती है, लोग फर्जी पहचान पत्र बना सकते हैं. जिससे विधर्मी पंडाल में प्रवेश कर सकते हैं. उन्होंने सुझाव दिया था कि गरबा पंडाल में प्रवेश करने से पहले सभी को गोमूत्र पिलाना अनिवार्य करना चाहिए. सभी को गेट पर ही प्रसाद की तरह थोड़ा-थोड़ा गोमूत्र पिलाना चाहिए, जो हिंदू होगा वो गोमूत्र जरूर पिएगा.'
कांग्रेस ने बीजेपी नेता को सेवन करने की सलाह दी
बीजेपी जिला अध्यक्ष के इस बयान के बाद से ही राजनीति शुरू हो गई है. कांग्रेस के संभागीय प्रवक्ता विवेक खंडेलवाल ने सबसे पहले उन्हें गोमूत्र के सेवन की सलाह दी है. कांग्रेस संभागीय विवेक खंडेलवाल ने कहा कि 'भाजपा के आला नेताओं सहित जिला पदाधिकारी को मीडिया में बने रहने के लिए लगातार उटपटांग बयानबाजी कर रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी दिल्ली से लेकर प्रदेश तक के सभी नेताओं को टीआरपी की भूख है. उन्होंने कहा कि भाजपा जिला अध्यक्ष ने गरबा पंडाल में जो भी व्यक्ति जाए, उसे गोमूत्र का सेवन करना चाहिए कहा है, लेकिन सबसे पहले उन्हें गोमूत्र का सेवन करना चाहिए.
कांग्रेस बीजेपी नेता के घर भेजी गोमूत्र की बोतल
इसको लेकर कांग्रेस संभागीय प्रवक्ता ने भाजपा जिला अध्यक्ष चिंटू वर्मा को एक दर्जन गोमूत्र की बोतल भेजी है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के जितने भी नेता पंडालों में मुख्य अतिथि बनाकर जाएंगे, तो उन्हें भी गोमूत्र का सेवन कराया जाए, जिससे कि गोमूत्र के सेवन से भाजपा के नेताओं का मानसिक संतुलन भी ठीक हो जाएगा. जिस तरह से उनके अंदर इस तरह की बयानबाजी करना और मीडिया में आने का कीड़ा है, वह गोमूत्र से दूर हो जाएगा.'