इंदौर : एमवाय अस्पताल के अंतर्गत आने वाले चाचा नेहरू अस्पताल में पहुंचे कुछ लोग अपने बच्चे को वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिलने पर हिंसा पर उतारू हो गए. इस दौरान डॉक्टर्स और गार्डों की बेरहमी से पिटाई की गई. मामला मंगलवार रात करीब 3 बजे का है. मारपीट में 3 डॉक्टर और 2 सिक्योरिटी गार्ड घायल हुए हैं. महिला डॉक्टर को भी चोट लगी है. इसके बाद बुधवार सुबह नाराज जूनियर डॉक्टरों ने विरोध में अस्पताल के गेट पर धरना देकर मारपीट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
बच्चे को एडमिट कर रहे थे डॉक्टर, भड़के परिजन
मामले के अनुसार कुछ लोग बुखार से पीड़ित बच्चे को लेकर चाचा नेहरू अस्पताल पहुंचे. बच्चे को बुखार होने के कारण डॉक्टरों ने उसे एडमिट करने की सलाह दी. उन्हें एक बेड पर कुछ देर बच्चे को भर्ती करने के लिए कहा. उस बेड पर पहले से ही एक बच्चा भर्ती था. इसी को लेकर बच्चे के परिजन नाराज हो गए और उन्होंने तत्काल दूसरा बेड अरेंज कर सारी जांच करने की मांग की. बच्चे को डॉक्टर जांच के लिए भेज रहे थे कि इसी दौरान परिजनों ने डॉक्टर से बहस शुरू कर दी.
डॉक्टर्स को बचाने आए सेक्युरिटी गार्डों को भी पीटा
डॉक्टर्स का आरोप है कि बहस के दौरान बच्चे के साथ आए परिजन मारपीट पर उतारू हो गए. मरीज के परिजनों ने चाचा नेहरू वार्ड में डॉक्टरों की पिटाई शुरू कर दी. इस दौरान डॉक्टरों को बचाने मौके पर तैनात एक महिला सुरक्षा गार्ड और दो सिक्योरिटी गार्ड पहुंचे. मरीज के परिजनों ने उनसे भी मारपीट की. अस्पताल स्टाफ का कहना है कि मरीज के परिजनों ने महिला गार्ड को जमीन पर पटककर पीटा. अस्पताल स्टाफ ने इसकी सूचना तत्काल अस्पताल के डीन डॉ. संजय दीक्षित और अधीक्षक डॉ. अशोक यादव को दी. दोनों मेडिकल अफसर मौके पर पहुंचे. इस दौरान अस्पताल में पुलिस भी आ चुकी थी.
- इलाज के दौरान मरीज की पिटाई करने वाले जूनियर डॉक्टर ने की सुसाइड की कोशिश, डॉक्टर्स ने किया हंगामा
- MY हॉस्पिटल में इलाज के दौरान नाबालिग दलित की मौत से भड़के परिजन, परिसर में अंतिम संस्कार करने पर अड़े
डॉक्टर्स की शिकायत 6 लोगों के खिलाफ एफआईआर
पुलिस को देखकर मारपीट करने वाले मरीज के परिजन मौके से भाग गए. मारपीट में डॉ.श्वेतांक, डॉ. संतोष, डॉ. केशव, गार्ड राधा जोशी और एक अन्य गार्ड को चोटें आई हैं. पीड़ित डॉक्टरों के मुताबिक मरीज के परिजनों ने उन्हें बेल्ट से पीटा. वार्ड में जो भी सामग्री दिखी उन्होंने फेंक दी. अन्य मरीजों के मेडिकल रिकॉर्ड भी फेंक दिए. बुधवार सुबह मामले की जानकारी मिलते ही जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने अस्पताल के गेट पर धरना दिया. पुलिस ने मरीज के अटेंडर दीपक सोलंकी, प्रदीप सोलंकी और उनके साथी समेत करीब आधा दर्जन लोगों के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज किया है. इस मामले में एमवाय अस्पताल के अधीक्षक डॉ.अशोक यादव का कहना है "मारपीट करने वालों के खिलाफ एफआईआर कराई गई है."