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'पल-पल दिल के पास रहते हो', जबलपुर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने कैदियों क्यों सुनाया ये गीत - INDORE CENTRAL JAIL INSPECTION

जबलपुर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश सुरेश कुमार कैत ने इंदौर की सेंट्रल जेल का निरीक्षण किया. उन्होंने कैदियों के लिए प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ किया.

INDORE CENTRAL JAIL INSPECTION
इंदौर की सेंट्रल जेल का निरीक्षण (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 16, 2025, 4:58 PM IST

इंदौर: जबलपुर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने सेंट्रल जेल का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने जेल में बंद कैदियों के रहन-सहन के बारे में जानकारी ली. वहीं, जेल में मौजूद रसोई गृह सहित कैदी गृह का भी निरीक्षण किया गया. मुख्य न्यायाधीश के द्वारा स्वरोजगार फैक्ट्री का भी शुभारंभ किया गया. उन्होंने निरीक्षण के दौरान इंदौर की सेंट्रल जेल की व्यवस्थाओं की तुलना दिल्ली के तिहाड़ जेल से की.

प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ

जबलपुर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने इंदौर की जेल में बंद कैदियों से बात की. जेल की व्यवस्थाओं आदि से रू-ब-रू हुए और कैदियों से कई तरह के सवाल-जवाब भी किए. उन्होंने महिलाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए जेल के अंदर ही हथकरघा और कढ़ाई बुनाई जैसे स्वरोजगार प्रशिक्षण शिविर का भी शुभारंभ किया. जेल के अंदर बंद महिला कैदियों के द्वारा इस प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षण लेने के बाद वे यहां पर काम कर सकती हैं. मुख्य न्यायाधीश ने इस नवाचार की जमकर तारीफ भी की.

कैदियों के लिए प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ (ETV Bharat)

तिहाड़ जेल से की तुलना

उन्होंने बताया कि "पिछले दिनों जब मैं तिहाड़ जेल का निरीक्षण करने के लिए गया था. लेकिन आज मैंने जब इंदौर की सेंट्रल जेल का निरीक्षण किया और यहां पर बंद कैदियों से बात की तो पाया कि तिहाड़ जेल से भी बेहतर व्यवस्था यहां पर है. साथ ही कैदियों को रोजगार से जोड़ने के लिए जिस तरह से इंदौर की सेंट्रल जेल ने तिहाड़ जेल की तर्ज पर अंदर ही फैक्ट्री का निर्माण की शुरुआत की है यह भी एक अच्छी पहल है. इससे कैदियों को जेल से छूटने के बाद अच्छे से जीवन यापन करने में मदद मिलेगी."

कैदियों को सुनाया ये गाना

निरीक्षण के दौरान जबलपुर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने कैदियों को 'पल-पल दिल के पास रहते हो' गाना भी सुनाया. उन्होंने कहा कि "हम कोर्ट में रहते तब और जब सुबह सो कर उठते हैं तब हमेशा दिमाग यही रहता है कि इस केस में ये करना है उस केस में वो करना है. इसलिए मैं हमेशा आपके साथ रहता हूं."

वहीं, इंदौर सेंट्रल जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने कहा कि "ये हमारे लिए गर्व की बात है कि मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने कहा कि मैंने कैदियों से बात की लेकिन किसी प्रकार की शिकायत या कमियां सामने नहीं आई."

इंदौर: जबलपुर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने सेंट्रल जेल का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने जेल में बंद कैदियों के रहन-सहन के बारे में जानकारी ली. वहीं, जेल में मौजूद रसोई गृह सहित कैदी गृह का भी निरीक्षण किया गया. मुख्य न्यायाधीश के द्वारा स्वरोजगार फैक्ट्री का भी शुभारंभ किया गया. उन्होंने निरीक्षण के दौरान इंदौर की सेंट्रल जेल की व्यवस्थाओं की तुलना दिल्ली के तिहाड़ जेल से की.

प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ

जबलपुर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने इंदौर की जेल में बंद कैदियों से बात की. जेल की व्यवस्थाओं आदि से रू-ब-रू हुए और कैदियों से कई तरह के सवाल-जवाब भी किए. उन्होंने महिलाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए जेल के अंदर ही हथकरघा और कढ़ाई बुनाई जैसे स्वरोजगार प्रशिक्षण शिविर का भी शुभारंभ किया. जेल के अंदर बंद महिला कैदियों के द्वारा इस प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षण लेने के बाद वे यहां पर काम कर सकती हैं. मुख्य न्यायाधीश ने इस नवाचार की जमकर तारीफ भी की.

कैदियों के लिए प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ (ETV Bharat)

तिहाड़ जेल से की तुलना

उन्होंने बताया कि "पिछले दिनों जब मैं तिहाड़ जेल का निरीक्षण करने के लिए गया था. लेकिन आज मैंने जब इंदौर की सेंट्रल जेल का निरीक्षण किया और यहां पर बंद कैदियों से बात की तो पाया कि तिहाड़ जेल से भी बेहतर व्यवस्था यहां पर है. साथ ही कैदियों को रोजगार से जोड़ने के लिए जिस तरह से इंदौर की सेंट्रल जेल ने तिहाड़ जेल की तर्ज पर अंदर ही फैक्ट्री का निर्माण की शुरुआत की है यह भी एक अच्छी पहल है. इससे कैदियों को जेल से छूटने के बाद अच्छे से जीवन यापन करने में मदद मिलेगी."

कैदियों को सुनाया ये गाना

निरीक्षण के दौरान जबलपुर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने कैदियों को 'पल-पल दिल के पास रहते हो' गाना भी सुनाया. उन्होंने कहा कि "हम कोर्ट में रहते तब और जब सुबह सो कर उठते हैं तब हमेशा दिमाग यही रहता है कि इस केस में ये करना है उस केस में वो करना है. इसलिए मैं हमेशा आपके साथ रहता हूं."

वहीं, इंदौर सेंट्रल जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने कहा कि "ये हमारे लिए गर्व की बात है कि मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने कहा कि मैंने कैदियों से बात की लेकिन किसी प्रकार की शिकायत या कमियां सामने नहीं आई."

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