इंदौर। जिला अदालत में पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय के मामले में सुनवाई लगभग पूरी हो चुकी है. बल्ले से निगम अधिकारी को पीटने का वायरल वीडियो को पूर्व विधायक ने एडिटेड होना बताया है. बता दें कि नगर निगम अधिकारी को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान बल्ले से पीटा गया था. मामले की सुनवाई इंदौर की विशेष कोर्ट में चल रही है. कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद अब 9 सितंबर को फिर से सुनवाई की तारीख तय की है.
नगर निगम अधिकारी ने कराया केस दर्ज
ये मामला इंदौर के एमजी रोड थाना क्षेत्र का है. मामले के अनुसार इंदौर नगर निगम के अधिकारी द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही थी. इसी दौरान कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय वहां पहुंच गए. आकाश ने निगम अधिकारी की बल्ले से पिटाई कर दी. इसके बाद निगम अधिकारी ने पुलिस में आकाश विजयवर्गीय सहित अन्य लोगों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कराया. ये मामला तभी से कोर्ट में चल रहा है.
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वीडियो जांच के लिए जाएगा लैब
पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय की ओर से कोर्ट में विभिन्न तरह के तर्क रखे गए. आकाश का कहना है कि कोर्ट में पुलिस की ओर से जो वीडियो पेश किया गया, जिसमें बल्ले से मारते हुए दिखाया गया है, वह एडिट किया गया है. अब कोर्ट वीडियो की जांच के लिए लैब भेजेगी. पुलिस की ओर से विभिन्न तरह के साक्ष्य कोर्ट के समक्ष रखे गए. दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने अगली सुनवाई की तारीख तय की.