इंदौर (IANS)। मध्य प्रदेश में बारिश के मौसम में पौधारोपण के अलग-अलग स्तर पर अभियान चलाए जा रहे हैं. इस बीच राज्य की व्यापारिक नगरी इंदौर में 51 लाख पेड़ लगाने की तैयारी चल रही है. इसको लेकर नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने 51 लाख पेड़ों के रोपण का संकल्प लिया है और आम लोगों को पौधारोपण का सही तरीका बताया है. इन पौधों के रोपण के लिए गड्ढे खोदे जा रहे हैं, वहीं पौधों के रोपण के लिए तकनीक का सहारा लेने की भी बात कही जा रही है.
कैसे करें पौधारोपण ?
कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि पौधों के रोपण की भी अपनी तकनीक होती है और उनके रोपण के साथ ही यह पता चल जाता है कि यह पेड़ जीवित रहेगा या नहीं. इसको लेकर वे लोगों को बता रहे हैं कि पौधारोपण कैसे करें. उन्होंने लोगों से कहा कि "पेड़ की जड़ जितने हिस्से में होती है उसे ही जमीन में गाड़ें, अगर तने को जमीन में गाड़ दिया जाता है तो पेड़ के सड़ने की आशंका रहती है. वहीं, जड़ के ऊपर लगी पॉलिथीन को भी हटाना जरूरी है. इस दौरान इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि जड़ों को बिखरना नहीं चाहिए."
5 करोड़ से अधिक पौधारोपण का संकल्प
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राज्य में 5 करोड़ से अधिक पौधारोपण का संकल्प लिया है. इसके लिए उन्होंने कहा है कि जिस स्थान पर पेड़ों का रोपण किया जाना है, वहां गड्ढा होगा, खाद मिलेगी और फावड़ा भी उपलब्ध रहेगा. पानी के लिए बाल्टी और जग भी उपलब्ध रहेगा, ताकि पेड़ लगाने में कोई परेशानी न हो. बता दें कि इससे पहले राज्य में जल संरक्षण और वृक्षारोपण के लिए जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया गया था. यह अभियान विश्व पर्यावरण दिवस से शुरू होकर गंगा दशहरा 16 जून तक चला.