छपरा: रेलवे स्टेशन बनाए इसलिए जाते हैं कि वहां ट्रेनों का ठहराव हो और आने-जाने वाले लोग चढ़-उतर सकें. लेकिन, बिहार में एक ऐसा रेलवे स्टेशन भी है जहां कोई भी ट्रेन नहीं रुकती. हैरानी की बात यह है कि यहां से पांच जोड़ी पैसेंजर ट्रेन गुजरती है लेकिन स्टॉपेज नहीं है. इस वजह से इस स्टेशन पर वीरानी छाई रहती है.
रेलवे स्टेशन पर नहीं रुकती है ट्रेन: दरअसल, हम बात कर रहे हैं छपरा ग्रामीण जंक्शन स्टेशन की. यह स्टेशन पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर मुख्यालय का छपरा सोनपुर रेल खंड के बीच स्थित है, जो बिहार के छपरा जिले में पड़ता है. 15 साल पहले इस स्टेशन का निर्माण किया गया था. लेकिन कुछ टेक्निकल दिक्कत होने की वजह से यहां पर ट्रेनों का स्टॉपेज नहीं दिया गया.
यहां से गुजरती है पांच जोड़ी पैसेंजर ट्रेन : पंद्रह साल पहले बने इस स्टेशन पर यहां पांच जोड़ी पैसेंजर ट्रेन गुजरती हैं. जिसमें छपरा सोनपुर मेमू ट्रेन, फुलवरिया सोनपुर पैसेंजर,सिवान समस्तीपुर इंटर सिटी, पटना थावे ट्रेन, गोरखपुर पाटलिपुत्र ट्रेन शामिल है. इस स्टेशन पर सभी सुविधाएं हैं. टिकट घर, वेटिंग हॉल के साथ कई अन्य सभी सुविधाएं भी मौजूद है, जो एक स्टेशन पर होनी चाहिए. इसके बावजूद यहां पर ट्रेनों का स्टॉपेज पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन के द्वारा नहीं दिया गया है.
"यहां पर इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी है. डाउन लाइन पर प्लेटफार्म नहीं है. कुछ टेक्निकल दिक्कत होने की वजह से यहां पर ट्रेनों का स्टॉपेज नहीं है. यहां माल गोदाम के लिए स्टेशन बनाया गया है. यहां पर सीमेंट और खाद्य पदार्थ की लोडिंग अनलोडिंग होती है." -अशोक कुमार, पीआरओ, पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल
छात्र-छात्राओं को होती है परेशानी: बता दें कि इस स्टेशन के ठीक सामने जयप्रकाश विश्वविद्यालय और जयप्रकाश इंजीनियरिंग कॉलेज स्थित है. छपरा मेडिकल कॉलेज भी बन कर लगभग तैयार हो चुका है, लेकिन यहां पर ट्रेनों के स्टॉपेज नहीं होने से दूर से आने वाले छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी होती है.
पूर्व महाप्रबंधक का निर्देश का पालन नहीं: स्थानीय लोगों ने रेलवे प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया, लेकिन अभी तक इस स्टेशन पर ट्रेनों का ठहराव नहीं है. पूर्व महाप्रबंधक ने इस स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव का निर्देश दिया था लेकिन पूर्व महाप्रबंधक का यह आदेश ठंडे बस्ते में चला गया.
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