समस्तीपुर: बिहार के समस्तीपुर जिले के लीची कारोबारियों के लिए बड़ी खबर है. पहली बार रेलवे ने समस्तीपुर स्टेशन से लीची लोडिंग की व्यवस्था शुरू की है. जिससे अब समस्तीपुर व इसके आसपास के लीची किसान व इससे जुड़े व्यवसायियों के लिए अब लीची का बाजार काफी बड़ा हो गया.
समस्तीपुर स्टेशन से लीची लोडिंग शुरू: दरसअल समस्तीपुर रेल डिवीजन के वाणिज्य विभाग ने व्यापारियों को बेहतर सुविधा प्रदान करते हुए समस्तीपुर स्टेशन से पहली बार लीची लोडिंग शुरू की है. पहले दिन यहां से मुंबई के लिए गाड़ी संख्या 11062 जयनगर - लोकमान्य तिलक टर्मिनल पवन एक्सप्रेस के जरिये 3.9 टन के एसएलआर में विशेष सुविधा के साथ, लीची उत्पादकों का लीची लोडिंग किया गया.
बुकिंग कार्यालय को सजाया: रेलवे ने अपने इस ऐतिहासिक पल को खास बनाते हुए बुकिंग कार्यालय को खास तरीके से सजा कर इसकी शुरुआत की. वहीं पहली बार सस्ती व बेहतर सुविधा मिलने से लीची कारोबारी भी खासे उत्साहित दिखे. मौके पर लीची कारोबारियों ने कहा कि वह बीते 10-15 वर्षों से इस कारोबार में जुड़े हैं. रेलवे के इस सुविधा के बाद उन्हें काफी लाभ मिलेगा.
"पहले यहां से रेलवे के जरिये लीची दूर राज्य भेजना काफी कठिन था. यहां से दूर दूसरे स्टेशन से वह अपना लीची बुक कर पाते थे, जिससे पैसे व वक्त ज्यादा लगता था, वहीं फल भी खराब होने से नुकसान होता था. अब यह सुविधा मिलने से बेहतर मुनाफा होगा."- मनोज सिंह, लीची कारोबारी
समस्तीपुर के शाही लीची का स्वाद बेजोड़: गौरतलब है कि समस्तीपुर जिले के आस-पास का क्षेत्र जिसे लीची का साम्राज्य भी कहा जाता है, यहां शाही लीची की पैदावार खूब होती है. इन लीचियों का स्वाद पूरे देश में उपजाई गई, सभी लीचियों से बहुत ही ज्यादा अच्छा होता है. इससे जुड़े कारोबारियों और किसानों को इसे बाहर बेचने के लिए बेहतर जरिया के अभाव में बाजार सीमित और महंगा था. बहरहाल डिवीजन के इस शुरुआत से यहां के लीची किसान व कारोबारियों को आजीविका का बड़ा जरिया मिला है. साथ ही इस डिवीजन को भी लाखों रेल राजस्व की वृद्धि होगी.