जबलपुर। अपने देश में भ्रष्टाचार-रिश्वतखोरी की शिकायतें अब आम हो गई हैं. सरकारी विभागों में रिश्वतखोरी की खबरें आए दिन सुर्खियों में रहती हैं. रेलवे भी इससे अछूता नहीं है. नीमच निवासी चंद्रशेखर गौर की तरफ से सूचना के अधिकार के तहत दायर ऑनलाइन आवेदन में रेलवे में जारी भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है. रेलवे पूछताछ नम्बर 139 तथा रेल मदद एप में दर्ज भ्रष्टाचार संबंधित शिकायत की जानकारी मांगने पर ये खुलासा हुआ कि रेलवे को 30 हजार से ज्यादा शिकायतें भ्रष्टाचार की मिली हैं.
सूचना के अधिकार के तहत रेलवे ने दी जानकारी
सूचना के अधिकार के तहत रेलवे बोर्ड के डायरेक्टर (पीजी) व (सीपीआईओ) संजय गौरी की तरफ से जानकारी दी गई कि रेल मदद एप में जुलाई 2019 से मार्च 2024 तक रेलवे स्टेशन तथा ट्रेन में भ्रष्टाचार के संबंध में 30266 शिकायतें प्राप्त हुई हैं. रेलवे ने शिकायत पर कार्रवाई के संबंध में एक्ट का हवाला देते हुए कहा है कि तृतीय पक्ष की जानकारी सूचना के अधिकार के तहत प्रदान नहीं कर सकते. आरटीआई में आवेदक ने कार्रवाई की जानकारी भी मांगी थी.
ALSO READ: "बिल पास कराना है तो डेढ़ लाख देने पड़ेंगे" रिटायर्ड टीचर से 50 हजार रिश्वत लेते लेखापाल गिरफ्त में |
रेल हेल्प एप में रोजाना 18 शिकायतें
रेल मदद एप में प्रतिदिन 18 से अधिक शिकायतें दर्ज हो रही हैं. इस संबंध में आरटीआई एक्टिविस्ट चंद्रशेखर गौर ने बताया "रेलवे स्टेशन व ट्रेन में विभागीय कर्मचारियों द्वारा रिश्वत लिए जाने के मामले सामने आते हैं. इस संबंध में सोशल मीडिया में वीडियो भी वायरल हुए हैं. यात्रियों को अज्ञानता या सुविधा के लिए भ्रष्टाचार का शिकार होना पड़ता है. भ्रष्टाचार का शिकार होने वाले व्यक्तियों ने इस संबंध में एप के माध्यम से शिकायत दर्ज करवाई है. हालांकि जमीनी स्तर पर भ्रष्टाचार का आंकड़ा अलग होगा."