ETV Bharat / state

एयर फोर्स के जवान का शव पहुंचते ही गम में डूबा गांव, लोगों ने नम आंखों से दी विदाई - INDIAN AIR FORCE

पाकुड़ जिले निवासी भारतीय वायु सेना में कार्यरत जवान बापी घोष का शव उनके पैतृक गांव पहुंचा. लोगों ने नम आंखों से उन्हें विदाई दी.

indian-air-force-soldier-bapi-ghosh-body-reached-his-village-pakur
शहीद बापी घोष को श्रद्धांजलि देते हुए (ईटीवी भारत)
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Oct 22, 2024, 8:01 PM IST

पाकुड़: भारतीय वायु सेना में बतौर हवलदार पद पर सेवा दे रहे शहीद बापी घोष का पार्थिव शरीर मंगलवाल को उनके पैतृक गांव पहुंचा. शव पहुंचते ही जिले के पाकुड़िया प्रखंड के बन्नोग्राम गांव पूरी तरह गम में डूब गया. भारत माता की जय के नारे के साथ ग्रामीणों ने अपने शहीद सपूत बापी घोष को न केवल श्रद्धांजलि दी बल्कि उन्हें नम आंखों से विदा किया.

शहीद फौजी बापी घोष को श्रद्धांजलि देने स्थानीय विधायक स्टीफन मरांडी के अलावे थाना प्रभारी अमित कुमार सिंह, स्थानीय पदाधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि और हजारों की संख्या में बन्नोग्राम सहित आसपास के गांव के लोग पहुंचे. शहीद घोष का अंतिम संस्कार गांव के ही श्मशान घाट पर किया गया. शव के साथ पहुंचे वायु सेना के जवानों द्वारा उन्हें अंतिम सलामी दी गई.

लोगों ने नम आंखों से शहीद बापी घोष को दी विदाई (ईटीवी भारत)

दरअसल, पाकुड़िया प्रखंड के बन्नोग्राम निवासी बापी घोष वायु सेना में हवलदार के पद पर अपनी सेवा दे रहे थे. अरूणाचल प्रदेश के सलोनीबाड़ी में छुट्टी बिताने के बाद वे भालुकपुंग स्थित कमेंग नदी के किनारे अपनी पत्नी और बच्चे के साथ घूमने गये थे. इसी दौरान उनके 14 वर्षीय बेटे ऋतिक घोष का पैर फिसल गया और वह नदी में गिर पड़ा. अपने बेटे को बचाने के लिए हवलदार बापी ने नदी में छलांग लगा दी और तेज बहाव की वजह से दोनों बह गए. पत्नी द्वारा दी गयी सूचना के बाद लोग घटना स्थल पर पहुंचे.

मामले की जानकारी वायु सेना के अधिकारियों दी गई और एनडीआरएफ की टीम द्वारा बापी घोष और उनके बेटे की खोजबीन शुरू की गई. बापी का शव तो मिल गया लेकिन उनके 14 वर्षीय बेटे का शव अब तक नहीं मिल पाया है.

ये भी पढ़ें- पुलिस संस्मरण दिवस पर शहीद जवानों को किया गया याद, एसपी ने दी श्रद्धांजलि

केदारनाथ आपदा में शहीद संतोष पासवान की प्रतिमा का अनावरण, आईटीबीटी के टॉप अधिकारी हुए शामिल - ITBP Martyr

सारंडा में आईईडी ब्लास्ट, कोबरा का एक जवान घायल, एयरलिफ्ट कर लाया गया रांची - IED blast in Saranda

पाकुड़: भारतीय वायु सेना में बतौर हवलदार पद पर सेवा दे रहे शहीद बापी घोष का पार्थिव शरीर मंगलवाल को उनके पैतृक गांव पहुंचा. शव पहुंचते ही जिले के पाकुड़िया प्रखंड के बन्नोग्राम गांव पूरी तरह गम में डूब गया. भारत माता की जय के नारे के साथ ग्रामीणों ने अपने शहीद सपूत बापी घोष को न केवल श्रद्धांजलि दी बल्कि उन्हें नम आंखों से विदा किया.

शहीद फौजी बापी घोष को श्रद्धांजलि देने स्थानीय विधायक स्टीफन मरांडी के अलावे थाना प्रभारी अमित कुमार सिंह, स्थानीय पदाधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि और हजारों की संख्या में बन्नोग्राम सहित आसपास के गांव के लोग पहुंचे. शहीद घोष का अंतिम संस्कार गांव के ही श्मशान घाट पर किया गया. शव के साथ पहुंचे वायु सेना के जवानों द्वारा उन्हें अंतिम सलामी दी गई.

लोगों ने नम आंखों से शहीद बापी घोष को दी विदाई (ईटीवी भारत)

दरअसल, पाकुड़िया प्रखंड के बन्नोग्राम निवासी बापी घोष वायु सेना में हवलदार के पद पर अपनी सेवा दे रहे थे. अरूणाचल प्रदेश के सलोनीबाड़ी में छुट्टी बिताने के बाद वे भालुकपुंग स्थित कमेंग नदी के किनारे अपनी पत्नी और बच्चे के साथ घूमने गये थे. इसी दौरान उनके 14 वर्षीय बेटे ऋतिक घोष का पैर फिसल गया और वह नदी में गिर पड़ा. अपने बेटे को बचाने के लिए हवलदार बापी ने नदी में छलांग लगा दी और तेज बहाव की वजह से दोनों बह गए. पत्नी द्वारा दी गयी सूचना के बाद लोग घटना स्थल पर पहुंचे.

मामले की जानकारी वायु सेना के अधिकारियों दी गई और एनडीआरएफ की टीम द्वारा बापी घोष और उनके बेटे की खोजबीन शुरू की गई. बापी का शव तो मिल गया लेकिन उनके 14 वर्षीय बेटे का शव अब तक नहीं मिल पाया है.

ये भी पढ़ें- पुलिस संस्मरण दिवस पर शहीद जवानों को किया गया याद, एसपी ने दी श्रद्धांजलि

केदारनाथ आपदा में शहीद संतोष पासवान की प्रतिमा का अनावरण, आईटीबीटी के टॉप अधिकारी हुए शामिल - ITBP Martyr

सारंडा में आईईडी ब्लास्ट, कोबरा का एक जवान घायल, एयरलिफ्ट कर लाया गया रांची - IED blast in Saranda

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.