बाड़मेर. देश की सबसे चर्चित सीटों में से एक बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट चुनाव के बाद भी चर्चाओं में है. मतदान संपन्न होने के बाद कांग्रेस ने पार्टी के कद्दावर नेता अमीन खान को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है. वहीं, रविवार को निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी ने मारवाड़ के कद्दावर नेता अमीन खान के निवास पर पहुंच कर उनसे मुलाकात कर आशीर्वाद लिया. रविंद्र सिंह भाटी ने अमीन खान के साथ हुई मुलाकात का फोटो भी अपने सोशल मीडिया के अकाउंट पर साझा की है. इतना ही नहीं, भाटी ने अपनी पोस्ट में अमीन खान की जमकर तारीफ भी की है.
रविंद्र सिंह भाटी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर पोस्ट कर इस मुलाकात की जानकारी दी. अमीन खान की तारीफ करते हुए भाटी ने कहा कि "थार की वो शख़्सियत जिन्होंने हमेशा सौहार्द व भाईचारे को बनाए रखा." भाटी ने कहा कि वाकई वर्तमान राजनीति में ऐसे कद्दावर नेता नहीं बचे. उन्होंने बताया कि आज शिव के पूर्व विधायक आदरणीय अमीन खान साहब से मुलाकात कर आशीर्वाद लिया.
6 साल के लिए निष्कासित हैं अमीन खान : गौरतलब है कि 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव का समाप्त होने के तुरंत बाद कांग्रेस ने पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अमीन खान को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है. कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने अमीन खान का निष्कासन पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने के कारण किया है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि जिस रविंद्र भाटी से विधानसभा चुनाव में अमीन खान को हार मिली, वो लोकसभा चुनाव में गुप्त रूप से उन्हीं की मदद में खड़े थे.
इसके पीछे की वजह यह बताई जाती है कि विधानसभा चुनाव में पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़ने वाले तत्कालीन कांग्रेस के जिला अध्यक्ष फतेह खान को पार्टी ने 6 साल के लिए निष्कासित किया था, लेकिन कुछ ही महीनों में लोकसभा चुनाव के चलते पार्टी में वापस शामिल कर लिया गया. इस बात से पूर्व विधायक अमीन खान पार्टी से नाराज चल रहे थे. उन्होंने इस बार कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार करने की बजाय धार्मिक यात्रा पर चले गए थे और चुनाव से कुछ दिन पहले ही वापस लौटे. इसके बाद पार्टी ने चुनाव संपन्न होते ही अमीन खान को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया. वहीं, रविवार को रविंद्र सिंह भाटी ने अमीन खान से मुलाकात की, जिसके बाद से राजनीतिक गलियारों में अलग-अलग चर्चा शुरू हो गई है.