कोरिया: छत्तीसगढ़ के सभी नगरीय निकाय में काम करने वाले अनियमित और प्लेसमेंट कर्मचारी हड़ताल पर हैं. नाराज कर्मचारियों का कहना है कि उनकी चार सूत्री मांगों को शासन पूरा करे. अनियमित और प्लेसमेंट कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से नगरीय निकाय में काम बंद पड़ा है. हड़ताल से सबसे ज्यादा असर साफ सफाई और वाटर सप्लाई पर पड़ा है. नगरीय निकाय के प्रशासनिक वर्क भी नहीं हो पा रहे हैं. नगर पालिका शिवपुर चरचा के अध्यक्ष ने भी हड़ताल का समर्थन किया है. साथ ही मांगों को जायज बताया है.
नगरीय निकाय में हड़ताल: प्लेसमेंट और अनियमित कर्मचारियों का दावा है कि वो पिछले 10 से लेकर 20 सालों से यहां काम कर रहे हैं. बावजूद इसके उनकी मांगों पर अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गई. ठेका प्रथा के तहत होने वाले वेतन भुगतान को समाप्त किए जाने की मांग की है. हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों का कहना है कि उनके हितों की रक्षा की जानी चाहिए. धरने पर बैठे कर्मचारियों का कहना है कि उनसे बातचीत के लिए अभी तक कोई भी कदम विभाग की ओर से नहीं उठाया गया है.
क्या हैं चार सूत्री मांगे
- ठेका प्रथा को बंद किए जाने की मांग.
- दस सालों से काम कर रहे कर्मचारियों को नियमित किए जाने की मांग.
- श्रम सम्मान निधि के रुप में हर महीने 4 हजार देने की मांग.
- वेतन का मूल भुगतान सीधे नगरीय निकाय के जरिए खाते में करने की मांग.