मेरठ: इनकम टैक्स विभाग ने मंगलवार को विश्वकर्मा ग्रुप के ठिकानों पर छापेमारी की है. आयकर विभाग ने भाजपा नेता और व्यवासायी कमल ठाकुर समेत उनके अन्य पार्टनर के घर पर छापेमारी की गई है. इस दौरान बीजेपी नेता के घर पर आयकर विभाग की टीम को विरोध भी झेलना पड़ा है. इस दौरान सुरक्षाकर्मी से उलझते नजर आए. अचानक एक के बाद एक तीन स्थानों पर आयकर विभाग की टीम छापेमारी से व्यापारियों में हड़कंप मच गया.
आयकर विभाग की टीम ने टीपी नगर के शंभू नगर में शहर के बड़े बिल्डर्स में से एक व्यवसायी कमल ठाकुर के यहां छापेमारी की है. आयकर विभाग की टीम ने कमल ठाकुर के अलावा उनके पार्टनर प्रदीप गुप्ता और संजय जैन के घर पर भी छापा मारा है. जानकारी के मुताबिक इन सभी ने एक साथ बागपत रोड पर विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एरिया बनाया है.
तीनों पार्टनर्स के कई प्रोजेक्ट भी शहर में चल रहे हैं. हालांकि आयकर विभाग के अफसरों ने मीडिया से दूरी बनाई हुई है, लेकिन टैक्स चोरी शक के आधार पर आयकर विभाग ने यह रेड डाली है. इनकम टैक्स की टीम में मौजूद सदस्यों का कहना है कि टीम में मेरठ के आलावा विभाग के गाज़ियाबाद के भी अधिकारी मौजूद हैं. जिस इलाके में छापेमारी की कार्रवाई की है, वह पॉश इलाका है.
गौरतलब है कि 2018 में आयोजित इन्वेस्टर्स समिट में 80 करोड़ का एमओयू मेरठ की विश्वकर्मा ग्रुप के द्वारा किया गया था. मेरठ से 2018 में 130 करोड़ के 2 प्रोजेक्ट का निवेश प्रस्ताव गया था. 130 करोड़ के प्रस्तावों में पहला निवेश प्रस्ताव विश्वकर्मा इंडस्ट्रीज का ही था. 25 एकड़ जमीन में 80 करोड़ रुपए की लागत से विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल स्टेट को विकसित करने का प्रस्ताव पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में गया था. जिसके बाद विश्वकर्मा इन्ड्रस्ट्रियल एरिया भी बिल्डर ने डेवलप किया था. मेरठ समेत कई शहरों में विश्वकर्मा के कई प्रोजेक्ट हैं. कई पेपरमिल कारोबारियों की भी विश्वकर्मा में साझेदारी है. सम्पत्तियों के कारोबार में टैक्सचोरी के आरोप में छापा मारा गया है.