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कन्नौज में अंधेरे में डूबे दो गांव फिर से रोशन; 250 किलोवाट का बंद पड़ा सोलर प्लांट हुआ शुरू, पूर्व राष्ट्रपति ने किया था उद्घाटन

फरवरी 2020 में प्लांट में आ गई थी खराबी, 7 जुलाई 2015 को पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने किया था उद्घाटन

250 किलोवाट का बंद पड़ा सोलर प्लांट हुआ शुरू
250 किलोवाट का बंद पड़ा सोलर प्लांट हुआ शुरू (Photo credit: ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 16, 2024, 12:52 PM IST

कन्नौज : यूपी का पहला सोलर प्लांट जिसका उद्घाटन पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने किया था. कई वर्षों से बंद पड़े प्लांट को योगी सरकार में फिर से चालू कराकर पूर्व राष्ट्रपति की यादों को ताजा किया गया. जिले में अंधेरे में डूबे दो गांव फिर से रोशन हो गए हैं. लोगों ने कहा कि हम किस्मत वाले हैं, यहां देश के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ एपीजे अब्दुल कलाम आए थे.

250 किलोवाट का बंद पड़ा सोलर प्लांट हुआ शुरू (Video credit: ETV Bharat)
मंगलवार को भारत के पूर्व राष्ट्रपति स्व. डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती मनाई गई. कन्नौज के फकीरपुरा और चंदू आहार गांव में वर्ष 2015 में पूर्व राष्ट्रपति ने एक सोलर प्लांट का उद्घाटन किया था. उनकी जयंती पर काफी समय से बंद पड़े 250 किलोवाट के सोलर प्लांट को फिर से चालू कराया गया. बताया जा रहा है कि पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने अपने जीवन का आखिरी सोलर प्लांट का उद्घाटन कर सैकड़ों परिवार के घरों में रोशनी पहुंचाने का काम किया था. पूरे प्रदेश में यह पहला सोलर प्लांट था, जिससे दो गांव जो अंधेरे में डूबे थे वह रोशन हुए थे. उनकी यादों को आज यहां याद किया गया.


बता दें कि 7 जुलाई 2015 को उमर्दा विकासखंड के फकीरपुरा और चंदुआहार गांव में पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 250 किलोवाट क्षमता वाले सोलर पॉवर प्लांट का उद्घाटन किया था. करीब साढ़े छह करोड़ की लागत से बने प्लांट से फकीरपुरा और चंदुआहार गांव के करीब 900 परिवारों को 24 घंटे बिजली बिना किसी शुल्क के मिल रही थी. इस प्लांट से 12 ट्यूबबेल, चार आटा चक्की, दो पोल्ट्री फार्म को मुफ्त बिजली की सुविधा मिलती थी. फरवरी 2020 में प्लांट के ऊपर बिजली गिर जाने से प्लांट में खराबी आ गई थी. उसके बाद से यह प्लांट सिर्फ आश्वासन पर ही ठीक हो रहा था.

डीएम शुभ्रांत शुक्ला ने कहा कि ये कन्नौज के फकीरे पुरवा गांव का सौभाग्य था कि यहां पर पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम आए थे. बिजली न होने से गांव अंधेरे में डूबा था. उस वक्त उन्होंने गांव को रोशन करने का काम किया था. उन्होंने बताया कि किसी कारण की वजह से सोलर प्लांट बंद हो गया था, लेकिन अब इसको पूरी तरह से सही कराकर फिर गांव को रोशन करने का काम शुरू हो गया है. इस गांव में पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की आखिरी याद जुड़ी हुई है इसको सब संभाल कर रखें.

डीएम शुभ्रांत शुक्ला ने सोलर प्लांट से सुविधा लेने वाले ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि इस प्लांट को चालू करने में सरकार से 96 लाख रुपए मिले थे. प्लांट को चालू करवा कर ग्राम पंचायत को सौंप दिया गया है. इससे प्लांट के खर्चे ग्राम पंचायत निकालेगी. आप सब लोग सहयोग कीजियेगा और इस प्लांट को अपना ही समझियेगा.

यह भी पढ़ें : रामनगरी जल्द बनेगी सोलर सिटी, 40 मेगा वाट प्लांट के लिए प्रशासन ने उपलब्ध कराई जमीन

यह भी पढ़ें : अब फसल उगाने के साथ बिजली भी बेच सकेंगे किसान, जानिए क्या है योजना, कैसे मिलेगा लाभ

कन्नौज : यूपी का पहला सोलर प्लांट जिसका उद्घाटन पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने किया था. कई वर्षों से बंद पड़े प्लांट को योगी सरकार में फिर से चालू कराकर पूर्व राष्ट्रपति की यादों को ताजा किया गया. जिले में अंधेरे में डूबे दो गांव फिर से रोशन हो गए हैं. लोगों ने कहा कि हम किस्मत वाले हैं, यहां देश के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ एपीजे अब्दुल कलाम आए थे.

250 किलोवाट का बंद पड़ा सोलर प्लांट हुआ शुरू (Video credit: ETV Bharat)
मंगलवार को भारत के पूर्व राष्ट्रपति स्व. डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती मनाई गई. कन्नौज के फकीरपुरा और चंदू आहार गांव में वर्ष 2015 में पूर्व राष्ट्रपति ने एक सोलर प्लांट का उद्घाटन किया था. उनकी जयंती पर काफी समय से बंद पड़े 250 किलोवाट के सोलर प्लांट को फिर से चालू कराया गया. बताया जा रहा है कि पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने अपने जीवन का आखिरी सोलर प्लांट का उद्घाटन कर सैकड़ों परिवार के घरों में रोशनी पहुंचाने का काम किया था. पूरे प्रदेश में यह पहला सोलर प्लांट था, जिससे दो गांव जो अंधेरे में डूबे थे वह रोशन हुए थे. उनकी यादों को आज यहां याद किया गया.


बता दें कि 7 जुलाई 2015 को उमर्दा विकासखंड के फकीरपुरा और चंदुआहार गांव में पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 250 किलोवाट क्षमता वाले सोलर पॉवर प्लांट का उद्घाटन किया था. करीब साढ़े छह करोड़ की लागत से बने प्लांट से फकीरपुरा और चंदुआहार गांव के करीब 900 परिवारों को 24 घंटे बिजली बिना किसी शुल्क के मिल रही थी. इस प्लांट से 12 ट्यूबबेल, चार आटा चक्की, दो पोल्ट्री फार्म को मुफ्त बिजली की सुविधा मिलती थी. फरवरी 2020 में प्लांट के ऊपर बिजली गिर जाने से प्लांट में खराबी आ गई थी. उसके बाद से यह प्लांट सिर्फ आश्वासन पर ही ठीक हो रहा था.

डीएम शुभ्रांत शुक्ला ने कहा कि ये कन्नौज के फकीरे पुरवा गांव का सौभाग्य था कि यहां पर पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम आए थे. बिजली न होने से गांव अंधेरे में डूबा था. उस वक्त उन्होंने गांव को रोशन करने का काम किया था. उन्होंने बताया कि किसी कारण की वजह से सोलर प्लांट बंद हो गया था, लेकिन अब इसको पूरी तरह से सही कराकर फिर गांव को रोशन करने का काम शुरू हो गया है. इस गांव में पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की आखिरी याद जुड़ी हुई है इसको सब संभाल कर रखें.

डीएम शुभ्रांत शुक्ला ने सोलर प्लांट से सुविधा लेने वाले ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि इस प्लांट को चालू करने में सरकार से 96 लाख रुपए मिले थे. प्लांट को चालू करवा कर ग्राम पंचायत को सौंप दिया गया है. इससे प्लांट के खर्चे ग्राम पंचायत निकालेगी. आप सब लोग सहयोग कीजियेगा और इस प्लांट को अपना ही समझियेगा.

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