कोडरमा: जैक द्वारा आयोजित मैट्रिक परीक्षा का पेपर 18 फरवरी को लीक होने की बात सामने आई थी. जिसके बाद जैक बोर्ड ने इसे सिरे से खारिज कर दिया था. लेकिन जब 20 फरवरी को मैट्रिक के विज्ञान के भी पेपर लीक हुए और मैट्रिक की परीक्षा दे रहे छात्रों से सोशल मीडिया पर लीक हुए पेपर के बारे में पूछा गया तो छात्रों ने इस बात को स्वीकार किया कि वायरल प्रश्न पत्र हूबहू एग्जाम में आए थे. जब इस बात की पुष्टि हुई तो मैट्रिक के हिंदी और विज्ञान की परीक्षा रद्द कर दी गई.
इधर पेपर लीक होने के तार कोडरमा और गिरिडीह से जुड़े होने की बात सामने आई है. जिसके बाद जैक बोर्ड ने दोनों जिले के उपायुक्त से इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा. जिसके बाद कोडरमा पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है. पेपर लीक मामले में कोडरमा पुलिस ने सबसे पहले मरकच्चो के एक स्कूल संचालक प्रशांत साव उर्फ प्रिंस को गिरफ्तार किया.
उसके बाद हजारीबाग में एक कोचिंग में पढ़ाई कर रहे युवक आशीष को गिरफ्तार किया और इन लोगों को रिमांड पर लेकर मामले की तफ्तीश शुरू की. जिसके बाद मामले की परत दर परत खुलासे होने शुरू हो गए. इस मामले में कई कोचिंग संचालक समेत युवकों को हिरासत में ले कर पूछताछ की गई.
फिलहाल कोडरमा पुलिस ने पेपर लीक मामले में गिरिडीह से मास्टरमाइंड समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. कोडरमा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कोषागार में जमा होने के दौरान ही प्रश्न पत्र चोरी किए गए थे.
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