श्रीगंगानगर. हैंडबॉल के स्टेट प्लेयर एक युवक को अवैध हथियार के मामले में कथित तौर पर फंसाने के मामले को लेकर शुक्रवार को जिले का सूरतगढ़ का बाजार पूरी तरह से बंद रहा. अनेक संगठनों ने इस बंद का समर्थन किया है. धरने पर शुक्रवार को कांग्रेस विधायक डूंगर राम गेदर भी मौजूद रहे. पुलिस प्रशासन ने डीएसपी से वार्ता का निमंत्रण दिया गया, लेकिन धरने पर बैठे लोगों ने इस निमंत्रण को ठुकरा दिया.
आंदोलनकारियों का कहना था कि जब इस सारे मामले की जानकारी उच्च स्तर के पुलिस अधिकारियों को दी जा चुकी है तो फिर डीएसपी से बातचीत करने का कोई औचित्य नहीं है. उन्होंने कहा कि अभी तक पुलिस ने सूरतगढ़ के सिटी थाना प्रभारी सीआई सुरेश कस्वां को ना तो निलंबित किया और ना ही इनके खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज किया.इस बीच बंद का समर्थन करने वाले संगठनों की सूची निरंतर बढ़ती जा रही है.
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यह है मामला: गांव के सरपंच प्रतिनिधि देवकीनंदन शर्मा ने बताया कि विगत 23 जून को सरदारपुर खर्था गांव में दो पक्षों में पुरानी रंजिश को लेकर झगड़ा हो गया था. पुलिस ने मौके पर जाकर दोनों पक्षों के कई व्यक्तियों को धारा 151 में हिरासत में लिया. इनमें एक कमलेश नामक व्यक्ति भी था जो कि सूरतगढ़ थर्मल पावर प्लांट में कर्मचारी है. उसके पास देसी कट्टा मिला था. पुलिस ने उस पर मुकदमा दर्ज नहीं किया. सरपंच प्रतिनिधि ने आरोप लगाया कि कमलेश के भाई सुरेंद्र सहारण ने पुलिस के साथ सांठ-गांठ कर अपनी डेयरी में काम करने वाले हनुमानगढ़ के कनवानी निवासी प्रदीप शर्मा को अवैध हथियार के मामले में फंसाने का प्लान बनाया और उसे अगले दिन सूरतगढ़ सिटी थाने में बुलाकर उसी के कब्जे से अवैध देसी कट्टा बरामद होने का मुकदमा दर्ज करवा दिया, जबकि इस पूरे मामले से उसका कोई लेना देना ही नहीं था. इसी के आरोप लगाते हुए धरने पर बैठे लोग सिटी थाना प्रभारी को निलंबित करने की मांग कर रहे हैं. बता दें कि प्रदीप द्वितीय वर्ष का छात्र है और हैंडबॉल का स्टेट प्लेयर है.