जयपुर. राजस्थान में इस सीजन में अभी तक औसत के करीब बारिश दर्ज की गई है. ऐसे में इस बरसात से आए पानी से प्रदेश के बांधों का गला तर होने में अभी इंतजार बाकी है. जयपुर के 252 बांधों में महज 26 प्रतिशत पानी ही पहुंच सका है, वहीं जोधपुर संभाग के बांधों की बात की जाए, तो यहां 117 बांधों में महज 8 फ़ीसदी पानी आया है. कोटा में हालात बेहतर हैं और यहां 81 बांधों में 63 फ़ीसदी पानी आया है. जबकि उदयपुर की 178 बांधों में भी महज 24% पानी पहुंच सका है.
इसी तरह, बांसवाड़ा जिले की बात की जाए, तो यहां बने 63 बांधों में 38 फ़ीसदी पानी की आवक दर्ज की गई है. इससे पहले 18 जुलाई को जारी आंकड़ों में जल संसाधन विभाग ने बताया था कि प्रदेश के बांधों में जून से लेकर जुलाई के महीने में महज एक फ़ीसदी पानी की बढ़ोतरी हुई थी, लेकिन 742 बांधों में जल स्तर में 40.40 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई.
इसे भी पढ़ें : कालीसिंध बांध के तीन गेट खोल 22 हजार क्यूसेक पानी की निकासी, कटा दर्जन भर गांवों का संपर्क - 3 gates of Kalisindh Dam opened
बीसलपुर ने भी बढ़ाई चिंता : राजस्थान के तीन जिलों जयपुर, अजमेर और टोंक की करोड़ों की आबादी के प्रमुख जल स्रोत बीसलपुर से भी चिंताजनक खबरें हैं. बांध के लिए पानी का मुख्य स्रोत त्रिवेणी नदी सूखी पड़ी हुई है, यहां पानी आने के बाद ही बीसलपुर के जल स्तर में इजाफा होगा. साल 2023 की जुलाई के आखिरी महीने में करीब 3 मीटर की ऊंचाई पर त्रिवेणी में पानी की आवक दर्ज की जा रही थी, वहीं 2022 में जुलाई के महीने में त्रिवेणी नदी का जलस्तर 4.8 मीटर की ऊंचाई पर चल रहा था, जबकि 2021 में 27 जुलाई को त्रिवेणी में 2.90 मीटर की ऊंचाई तक पानी की आवक जारी थी. ऐसे में यहां से चिंता जनक तस्वीर सामने आ रही है. फिलहाल बांध का जल स्तर 310.16 आरएल मीटर है, जो की कुल भराव क्षमता का 29.05 फीसदी है.