श्रीगंगानगर: भजनलाल सरकार द्वारा अनूपगढ़ का जिले का दर्जा रद्द करने के फैसले से क्षेत्र में भारी विरोध और आक्रोश है. इस बारे में आंदोलन को आगे चलाने के लिए सोमवार को अनूपगढ़ जिला बचाओ संघर्ष समिति का गठन किया गया. इसमें सुरेश बिश्नोई को अध्यक्ष बनाया गया. समिति ने घोषणा की है कि मंगलवार से अनूपगढ़ का बाजार अनिश्चितकालीन बंद रहेगा और कलेक्ट्रेट के सामने धरना दिया जाएगा.
विधायक शिमला नायक ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान सरकार द्वारा अनूपगढ़ जिले को रद्द किया गया, लेकिन भाजपा के स्थानीय नेताओं ने अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. इस संबंध में गणमान्य लोगों की एक सभा हुई. सभा में अनूपगढ़ जिला बचाओ संघर्ष समिति का गठन किया गया. बाद में समिति के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया गया.
प्रदर्शनकारियों ने एडीएम अशोक सांगवा को ज्ञापन सौंपा. इसमें अनूपगढ़ को पुनः जिला घोषित करने की मांग की गई. सभा में किसान नेता सुनील गोदारा और अन्य वक्ताओं ने कहा कि जिला रद्द होने से क्षेत्र में विकास प्रभावित होगा. उन्होंने इस निर्णय को आम जनता के साथ अन्याय बताया. वक्ताओं ने कहा कि अनूपगढ़ जिले को निरस्त नहीं होने दिया जाएगा और आंदोलन को उग्र किया जाएगा. सभा में विधायक शिमला नायक, सुरेश बिश्नोई, सुनील गोदारा, राजू जाट, वीरदीप सिंह, और अन्य प्रमुख स्थानीय नेता उपस्थित रहे. इधर, सरकार की ओर से जिला रद्द करने की अधिसूचना जारी होने के बाद कलेक्ट्रेट में कई जिला स्तरीय कार्यालय बंद होने की स्थिति में है. इन कर्मचारियों ने सामान समेटना शुरू कर दिया है.