पलामू: गढ़वा और पलामू के इलाके में बिजली संकट गहरा गई है. सबसे अधिक गढ़वा जिला और पलामू के हुसैनाबाद के इलाके में बिजली की संकट शुरू हुई है. दरअसल, पलामू और गढ़वा में तीन लाइन से बिजली की सप्लाई होती है. इलाके में यूपी के रिहंद, बिहार के सोननगर और हटिया ग्रिड से बिजली पहुंचती है.
फिलहाल, हटिया ग्रिड से बिजली पलामू और गढ़वा के इलाके को नहीं मिल रही है. वहीं रिहंद से मिलने वाले बिजली लाइन को मेंटेनेंस पर रखा गया था. सोन नगर से मिलने वाली बिजली से पलामू के इलाके में सप्लाई किया जा रहा है. वहीं रविवार को आई तेज आंधी में पलामू के ललहे स्थित नेशनल ग्रिड से गढ़वा के भागोडीह ग्रिड के जोड़ने वाले लाइन के चार टावर गिर गए हैं. इसे ठीक करने में एक महीने से भी अधिक समय लग सकता है, जिस कारण गढ़वा के इलाके में बिजली की संकट गहरा गई है.
वहीं, पलामू के हुसैनाबाद के इलाके भी बिजली संकट शुरू हुई है. विभाग की जानकारी के अनुसार मात्र एक लाइन से पलामू और गढ़वा के इलाके में बिजली दी जा रही थी. लेकिन आंधी में टावर गिरने के बाद गढ़वा के इलाके में बिजली की सप्लाई बंद हो गई है. सोननगर से मिलने वाली बिजली को रेलवे एवं अन्य औद्योगिक क्षेत्रों को दिया जा रहा है.
गर्मी से पहले बिजली विभाग एक लाइन को मेंटेनेंस करने के लिए कार्य को शुरू किया था. बिजली विभाग के पलामू के जोन के जीएम ने बताया कि तीन में से एक लाइन से सप्लाई की जा रही है एक में मेंटेनेंस किया जा रहा है. 24 घंटे के अंदर समस्या का समाधान करने का प्रयास किया जा रहा है तीनों लाइन से बिजली की सप्लाई शुरू हो जाएगी.
समस्या को देखते हुए विधायक कमलेश कुमार सिंह ने जेबीवीएनएल के चेयरमैन केके वर्मा से बात की. उन्हें वस्तु स्थिति की जानकारी दी. चेयरमैन ने कहा कि रविवार की शाम आईं तेज आंधी में लहलहे-भागोडिह सेंट्रल ट्रांसमिशन लाइन का चार टावर गढ़वा के डंडा प्रखंड के चौरसिया टोला के पास ध्वस्त हो गया है. जिसे खड़ा करने में एक महीने का समय लग सकता है. उन्होंने विधायक को बताया कि टावर गिरने की वजह हुसैनाबाद समेत पलामू-गढ़वा के कई हिस्सों में बिजली का घोर संकट उत्पन्न हो गई है.