जोधपुर. शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा है कि यह जरूरी नहीं है कि स्कूलों में सफाई कर्मचारी ही करे. लाल बहादुर शास्त्री देश के प्रधानमंत्री थे, तो अपने कार्यालय की खुद सफाई करते थे. ऐसे में हम जब वहां पढ़ाते हैं, तो हम सब मिलकर सफाई भी कर सकते हैं. जोधपुर सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए दिलावर ने यह माना कि अधिकांश स्कूलों में सफाई कर्मचारी नहीं हैं, लेकिन सफाई तो रखनी पड़ेगी. दिलावर ने कहा कि जिन शिक्षकों को अवॉर्ड मिला है, उनको यह ध्यान रखना होगा कि उनके स्कूलों में गंदगी न हो, अगर गंदगी मिली तो उनको भी हटाएंगे, क्योंकि एक काम करके अवॉर्ड लेने से हमेशा के लिए फायदा नहीं मिल सकता. उन्होंने कहा स्वच्छता हमारी प्राथमिकता है.
दिलावर ने कहा कि 15 फरवरी को प्रदेश में सूर्य सप्तमी के अवसर पर सरकारी स्कूलों में सूर्यनमस्कार का आयोजन होगा. इसके लिए सभी स्कूलों को निर्देशित कर दिया गया है कि वे लगातार प्रतिदिन 15 मिनट अभ्यास करें. दिलावर ने कहा कि एक साथ बड़ी संख्या में सूर्यनमस्कार होगा, जिसे हम विश्वरिकॉर्ड के लिए क्लेम करेंगे. इसके लिए सभी अधिकारियों से कहा गया है कि वे इसमें भाग लें, इसमें बच्चों के साथ-साथ कोई भी व्यक्ति भाग ले सकता है.
स्वच्छता पर ही खर्च हो मद : दिलावर ने कहा कि राजस्थान साफ सुथरा नजर आना चाहिए. विशेषकर गांवों में सफाई का अभाव रहता है, जबकि प्रत्येक पंचायत को पांच लाख रुपए का मद मिलता है, लेकिन इसका उपयोग अन्य खर्च में करते हैं. हमने निर्देश दिए हैं कि अगर स्वच्छता की राशि किसी अन्य मद में खर्च की गई तो कार्रवाई होगी. साथ ही उन्होंने कहा कि हम लोगों को इससे जोड़ने जा रहे हैं, जिससे हर माह गांव के सभी समाज के लोग अपने गांव की सफाई करें. जलदाय और पीडब्ल्यूडी को भी निर्देशित किया गया है.
मातृ भाषा में पढाई जल्द : दिलावर ने कहा कि नई शिक्षा नीति को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा. प्राथमिक शिक्षा मातृ भाषा में होगी. दिलावर से पूछा गया कि क्या बच्चे राजस्थानी में पढ़ेंगे, तो उन्होंने कहा कि मातृ भाषा जो होगी उसमें अध्ययन होगा. पांचवी तक की अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के अनुरूप ही फैसला होगा. उन्होंने साफ संकेत दिए कि अंग्रेजी माध्यम स्कूलें ज्यादा चलने वाली नहीं हैं.
डेपुटेशन निरस्त, सरप्लस भी हटेंगे : शिक्षा मंत्री ने कहा कि "मैनें शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बेठक लेकर साफ कहा कि जोधपुर में डेपुटेशन पर कोई नहीं रहेगा साथ ही सरप्लस शिक्षक भी हटेंगे. 22 से 25 फीसदी शिक्षकों की कमी है उतनी कमी ही रहेगी, जिससे काम चलाया जा सकता है." दिलावर ने कहा कि वर्तमान में करीब एक हजार डेपुटेशन है, जिन्हें भी हटाया जा रहा है.
मीना बजार चलाने वाला महान कैसे ? : स्कूलों के पाठ्यक्रम के बदलाव पर उन्होंने कहा कि हमारा ऐसा कोई विचार नहीं है, लेकिन महापुरुषों को लेकर जो गलत है वो नहीं रहेगा. उन्होंने कहा कि "शिवाजी महाराज को पहाड़ी चूहा बताना स्वीकार्य नहीं है. साथ ही अकबर को महान बताने पर कहा कि जो व्यक्ति मीना बाजार लगाता था उसे महान कैसे कहा जा सकता है."
शिक्षा मंत्री ने किया स्कूलों का औचक निरीक्षण : शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने शुक्रवार को जोधपुर जिले के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर विद्यालयों तथा विभिन्न राजकीय संस्थाओं का आकस्मिक निरीक्षण किया और जमीनी हकीकत जानी. इस दौरान उन्होंने विद्यालयों, पंचायत, आंगनवाड़ी केन्द्र, नंद घर, सुविधालयों आदि का निरीक्षण किया और इनसे संबंधित व्यवस्थाओं में सुधार के साथ ही उपयुक्त साफ-सफाई के निर्देश दिए.
शहरी क्षेत्र के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, भदवासिया के औचक निरीक्षण के दौरान वहां की व्यवस्थाओं को लेकर नाराजगी जताई, यहां तक कहा कि अधिकारी रहने के लायक नहीं हैं. दिलावर ने स्कूल के शौचालय में गंदगी को लेकर काफी नाराज हुए. उन्होंने कक्षा में जाकर बच्चों से बातचीत की, वहां टीचर गणित पढ़ा रहा था, लेकिन बोर्ड पर विषय संस्कृत लिखा था. उन्होंने टीचर से पूछा कि "तुम्हारी क्वालिफिकेशन क्या है, गणित कैसे पढ़ा रहे हो", इस पर संविदा पर लगे टीचर ने कहा कि 12वीं कक्षा में उसके फिजिक्स केमिस्ट्री और मैथ्स सब्जेक्ट थे, इस पर दिलावर ने एक केमिस्ट्री का फार्मूला पूछा जो बताने में टीचर को परेशानी हुई.
प्रिंसिपल को एपीओ करने का आदेश : भदवासिया स्कूल में औचक निरीक्षण के दौरान मिली अनियमितता के चलते माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के निदेशक आशीष मोदी ने स्कूल प्रिंसिपल अरुण पवार को एपीओ करने का आदेश जारी किया है. निदेशक का कहना कि शहर और ग्रामीण क्षेत्र में मिली खामियों के चलते अगले कुछ दिनों में और बड़े पदों पर बैठे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है.