झालावाड़. जिले में पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं. लोगों में पुलिस के रवैये को लेकर नाराजगी बढ़ रही है. ताजा मामला सदर थाना क्षेत्र इलाके का है, जहां थाना अधिकारी ने चोरी के एक मामले में पिपलोद गांव के एक युवक और उसकी मां को हिरासत में लिया. थानाधिकारी पर आरोप है कि युवक की तस्दीक किए बिना ही उसके साथ गंभीर मारपीट की गई. इस दौरान थाना अधिकारी ने युवक को मानसिक प्रताड़ित किया और कई तरह की यातनाएं दीं, लेकिन बाद में मामले में चोरी के आरोपी कोई और निकले.
दरअसल, चोरी के आरोपी का नाम और पीड़ित का नाम एक ही था. इसके बाद एसपी ऋचा तोमर ने थाना अधिकारी को लाइन हाजिर कर पूरे मामले की जांच महिला अनुसंधान डीएसपी कैलाश जाट को सौंपी है. डीएसपी कैलाश जाट ने बताया कि सदर थाना क्षेत्र में मोबाइल चोरी की एक मामले में लीलाबाई और नन्दकिशोर के नाम से दो आरोपी का पता चला था. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों को पूछताछ के लिए थाने लेकर आई थी.
लेकिन जांच में आरोपी कोई और ही निकले. उन्होंने बताया कि इस मामले में एक युवक के साथ मारपीट की शिकायत मिली है. इसकी फिलहाल जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि फिलहाल पुलिस ने युवक का मेडिकल करवाया है, जिसमें मारपीट जैसी कोई बात सामने नहीं आई है. पुलिस की जांच जारी है.
वसुंधरा राजे के दखल के बाद हुई कार्रवाई : पुलिस कार्रवाई से नाराज युवक के परिजनों ने पूरे मामले को लेकर एसपी रिचा तोमर को शिकायत दी. लेकिन 5 दिन निकल जाने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की. ग्रामीणों ने वसुधरा राजे और जिले के भाजपा नेताओं को भी मामले से अवगत कराया, जिसके बाद एसपी रिचा तोमर ने कार्रवाई करते हुए थाना अधिकारी भूपेश शर्मा को लाइन हाजिर कर दिया है. बताया जा रहा है कि इस मामले में वसुंधरा राजे के हस्तक्षेप के बाद एसपी ने थानाधिकारी पर कार्रवाई की है.