अजमेर. शहर में पिछले छह माह में लोगों के गुम हुए 176 मोबाइल पुलिस ने बरामद किए हैं. कई मोबाइल लोगों को बुलाकर उन्हें सौंप दिए गए हैं. खोए हुए मोबाइल वापस पाकर लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. बरामद किए मोबाइल की लागत करीब 35 लाख रुपए बताई गई है.
पुलिस अधीक्षक देवेंद्र विश्नोई ने बताया कि पुलिस ने शहर के विभिन्न थानों में मोबाइल गुम होने के मुकदमे दर्ज हुए थे. पुलिस ने इन्हें ट्रेस कर मोबाइल बरामद किए हैं. कुछ लोगों को बुलाकर उनके मोबाइल सौंपे भी गए हैं. इस प्रकार अब तक 176 मोबाइल बरामद किए हैं. विगत छह माह के मुकदमों में पुलिस ने यह कार्रवाई की है.
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साइबर सेल की रही भूमिका: एसपी बिश्नोई ने बताया कि गुमशुदा मोबाइल को आईएमईआई नम्बर के माध्यम से ट्रेस कर बरामद किए गए हैं. उन्होंने बताया कि इससे पहले अजमेर में एसपी रहे चुनाराम जाट ने भी बड़ी संख्या में गुमशुदा मोबाइल बरामद करवाए थे. उसी मुहिम को आगे बढ़ाते हुए यह कार्रवाई की गई है. इसमें साइबर सेल टीम की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है.एसपी ने बताया कि बरामद मोबाइल की अनुमानित लागत 35 लाख रुपए है.
एसपी ने साझा किया अपना अनुभव: एसपी देवेंद्र विश्नोई ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि एक बार पारिवारिक काम से मलेशिया जाना हुआ. उनका भी मोबाइल एक वाहन में रह गया था. हालांकि, मलेशिया पुलिस ने मेरा गुम मोबाइल खोज कर मुझे मेरे होटल के कमरे तक पहुंचा दिया. लिहाजा मोबाइल गुमने की पीड़ा को मैंने महसूस किया है. उन्होंने बताया कि बरामद मोबाइल ज्यादातर स्थानीय लोगों के हैं. वहीं कुछ मोबाइल दरगाह में आने वाले जायरीन के हैं. एसपी देवेंद्र बिश्नोई ने संदेश भी दिया है मोबाइल में कांटेक्ट और अन्य आवश्यक डेटा का बेकअप जरूर रखें.
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लोगों के चेहरे पर झलकी खुशी: मोबाइल गुम होने पर मोबाइल के मिलने की उम्मीद लोगों को कम ही रहती है, लेकिन जब खोया हुआ मोबाइल मिल जाता है तो खुशी चेहरे पर साफ झलकती है. जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय में करीब आधा दर्जन लोगों को बुलाकर उन्हें एसपी ने खुद खोया हुआ मोबाइल सौंपा तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा.