हल्द्वानी: हिंदू धर्म दीपावली सबसे बड़ा पर्व माना जाता है. शास्त्रों के अनुसार दीपावली के पर्व को अंधकार पर प्रकाश की जीत के रूप में हर वर्ष मनाया जाता है. इस दिन लोग अपने घरों की साफ सफाई और सजावट कर विधि विधान से पूजा आराधना की परंपरा है. दीपावली पर्व पर लक्ष्मी जी की पूजा सबसे खास मानी जाती है.
हिन्दू शास्त्रों में बताया गया है कि दीपावली पर्व पर लक्ष्मी पूजा घर में समृद्धि व खुशहाली के लिए की जाती है.
लक्ष्मी को धन की देवी माना जाता है. इसलिए इस दिन लक्ष्मी मां की विशेष पूजा होती है. कई लोग इस बात को नहीं जानते हैं कि मां लक्ष्मी की पूजा में गन्ना जरूर चढ़ाया जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि गन्ना धन और मिठास का प्रतीक माना जाता है.
क्यों चढ़ाया जाता है गन्ना: पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी पृथ्वी पर भ्रमण के लिए आए, लेकिन किसी कारणवश भगवान विष्णु को दक्षिण दिशा की ओर जाना पड़ा. ऐसे में उन्होंने माता लक्ष्मी को वहीं ठहरने के लिए कहा. भगवान विष्णु के वहां से जाने के बाद माता लक्ष्मी अपनी भूख को शांत करने के लिए पास के एक किसान के खेत में गन्ना खाने चली जाती हैं. जब भगवान विष्णु लौट कर आये तो माता लक्ष्मी से पूछा कि खेत से गन्ना तोड़ने से पहले खेत वाले किसान से अनुमति ली थी. माता लक्ष्मी के मना करने पर भगवान विष्णु ने उन्हें उनकी गलती का पश्चाताप करने और उस किसान को हानि का मुआवजा देने के लिए माता लक्ष्मी को 12 वर्षों तक उस किसान के घर में निवास करने का आदेश दिया. जिससेतक उस किसान के घर में निवास करने का आदेश दिया. जिस किसान को उनकी उपस्थिति से समृद्धि प्राप्त हो सके. 12 साल बाद, माता लक्ष्मी किसान के घर से जाने लगीं तो किसान ने उन्हें कुछ दिन और रुकने के लिए कहा, जिस पर माता लक्ष्मी ने कहा जब तक किसान और उसकी पीढ़ियां गन्ने का पूजन करती रहेंगी वह गन्ने के रूप में हमेशा उनके घर में वास करके उन्हें समृद्धि प्रदान करती रहेंगी. माता लक्ष्मी के इसी वचन की वजह से लक्ष्मी पूजन के दौरान गन्ने की पूजा करने की कई परिवारों में परंपरा है.