बिलासपुर : छत्तीसगढ़ लोकसभा चुनाव का बिगुल बजने के बाद से ही राजनीतिक दल सक्रिय हो गए थे.राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं को अब पार्टी के दिग्गज नेता बूस्ट कर रहे हैं. कांग्रेस बूथ लेवल पर प्रभारी नियुक्त करके अपने वोटर्स को साधती है. वहीं बीजेपी की बात करें तो चुनाव से पहले कार्यकर्ताओं से मीटिंग लेने और फिर पन्ना प्रभारियों को बूते चुनाव में उतरती है. पन्ना प्रभारी वोटर लिस्ट के मुताबिक काम करते हैं. बीजेपी के बड़े नेता छोटे कार्यकर्ताओं की मेहनत के कारण ही आगे बढ़ते हैं.इस क्रम में पन्ना प्रभारियों का अपना एक अलग स्थान होता है.जिन्हें बीजेपी सम्मानित भी करती है.
कार्यकर्ताओं के सहारे बीजेपी उड़ान : अपने शुरुआती दौर में बीजेपी ज्यादा कमाल तो नहीं कर पाई.लेकिन 90 के दशक में बीजेपी ने पकड़ मजबूत करनी शुरु की. 1995 के बाद से पार्टी का स्तर बढ़ गया. छत्तीसगढ़ की बात करें तो यहां बीजेपी ने 15 साल तक राज किया. वहीं केंद्र में पिछले 10 साल से बीजेपी की सरकार है.लेकिन बीजेपी को इतनी बड़ी पार्टी बनाने में उनके छोटे कार्यकर्ताओं का बड़ा हाथ है. बीजेपी अपने बड़े नेताओं को लोकसभा,विधानसभा और जिलास्तर की जिम्मेदारी सौंपती है.वहीं वॉर्डों तक पहुंच बनाने के लिए एक-एक गली में प्रभारी नियुक्त करती है. इन प्रभारियों को पन्ना प्रभारी कहा जाता है.
क्या होता है पन्ना प्रभारी ?: पन्ना प्रभारी के जिम्मे वोटर लिस्ट का एक पूरा पन्ना होता है.जिसके दोनों तरफ मतदाताओं की जानकारी छपी होती है. वोटर लिस्ट के एक पन्ने में जितने मतदाताओं के नाम हैं, उन्हें मतदान करने पन्ना प्रभारियों को जिम्मेदारी दी जाती है. वहीं उन मतदाताओं के बीच जाकर बीजेपी नेता वोट के लिए अपील करते हैं. पन्ना प्रभारियों की मेहनत और बीजेपी के प्रति ईमानदारी इतनी रहती है कि ये अपना काम छोड़कर रोजाना पन्ना में शामिल मतदाताओं से मुलाकात करते हैं.फिर बीजेपी के पक्ष में वोट डालने की अपील करते हैं.
''वोटर लिस्ट में एक पन्ने में 60 नाम होते हैं. 30 नाम आगे और 30 नाम पीछे. इन 60 मतदाताओं की जिम्मेदारी एक पन्ना प्रभारी को दी जाती है. ये पन्ना प्रभारी निरंतर उन 60 मतदाताओं से मिलते हैं. मतदाताओं के मन का हाल जानकर अपनी रिपोर्ट तैयार करते हैं.'' प्रणव शर्मा, मीडिया प्रभारी बीजेपी
पन्ना प्रभारियों के जिम्मे क्या ?: पन्ना प्रभारियों का पद बहुत ही महत्वपूर्ण है. इनके पन्ने में कितने मतदाताओं ने वोट किया है, कितने मतदाताओं का वोट बीजेपी के पक्ष में आया है, इसकी जानकारी भी पन्ना प्रभारी रखते हैं. पन्ना प्रभारी रोजाना मतदाताओं से मिलकर उनका मन टटोलते हैं. यदि किसी बात का आक्रोश उनके अंदर है उसे शांत कर पन्ना प्रभारी मतदाताओं को रोजाना ही बीजेपी की नीति और कार्यों की जानकारी देते हैं. ये पन्ना प्रभारी ये भी जानकारी देते हैं कि कितने मतदाताओं का वोट बीजेपी को मिल रहा है. इससे बीजेपी सरकार बनाने का आंकलन करती है.