भिवानी: त्योहारों का सीजन चल रहा है और कई जगहों पर बाजार सूने पड़े हैं. बाजारों से रौनक गायब होने के चलते दुकानदारों के चेहरे पर मायूसी छाई है. 31 अक्टूबर को साल का सबसे बड़ा त्योहार दिवाली है. इसलिए बाजारों में कहीं पर काफी रौनक देखी जा रही है, तो कहीं पर बाजार से भीड़ गायब है. व्यापारी इस त्योहार के आने से काफी खुश होते हैं, लेकिन इस बार खुश नहीं दिख रहे हैं. उन्होंने अपनी दुकानों में सामान तो सारा भर लिया है, लेकिन कोई ग्राहक नहीं पहुंच रहे. जिसके वजह से दुकानदार काफी परेशान है.
बाजारों से रौनक गायब: दुकानदारों का कहना है कि न तो बाजारों में कोई रौनक है और काम भी बहुत कम है. बीते साल के मुकाबले इस बार 40 फीसदी काम है. उन्होंने कहा कि हो सकता है महंगाई के कारण लोग बाजार में नहीं पहुंच रहे हैं. किसी के पास पैसे नहीं है. कोई भी कारण हो सकता है लेकिन हमारा काम बंद पड़ा है. इस बार काफी कम काम है. वहीं, कुछ दुकानदारों का ये भी कहना है कि लोगों के पास रोजगार कम है और महंगाई ज्यादा है. इसलिए लोग वही सामान खरीद रहे हैं, जो त्योहार पर बहुत जरुरी है और उसे भी कम मात्रा में ही खरीदा जा रहा है. इसलिए दुकानदारों के चेहरे पर मायूसी छाई हुई है.
ऑनलाइन शॉपिंग है कारण!: दुकानदारों ने कहा कि दिवाली हिंदू धर्म का सबसे बड़ा त्यौहार होता है. लेकिन बाजार में इस बार रौनक काफी कम है, जिसकी वजह से त्योहार फीका लग रहा है. वहीं, उनका कहना है कि दुकान पर सजावट से लेकर त्योहार की सारी आइटमें लाई गई है. लेकिन ग्राहक दुकान पर नहीं पहुंच रहा है. इसके लिए वे ऑनलाइन शॉपिंग को सबसे बड़ा कारण मानते हैं. इसलिए दुकानदारों ने ग्राहकों से अपील की है कि, बाजारों में आए और सामान लेकर जाएं और बाजारों की रौनक लौटाएं. दुकान पर सारी चीजें उपलब्ध है. हर वर्ग दिवाली अच्छी तरह मना सके और अपनी इच्छा अनुसार खरीदारी कर सके. इसलिए दुकान में रिज़नेबल प्राइस पर हर आइटम की कीमत रखी है.
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