रायपुर: भारत मौसम विज्ञान विभाग के स्थापना के 150 साल पूरे होने जा रहे हैं. इस अवसर पर पूरे देश में मौसम विज्ञान विभाग की तरफ से राष्ट्रीय मौसम विज्ञान ओलंपियाड का आयोजन किया जा रहा है. इस आयोजन में 8वीं, 9वीं और 11वीं के छात्र हिस्सा ले सकेंगे. इस ओलंपियाड के जरिए युवाओं पर छात्र छात्राओं को मौसम, जलवायु परिवर्तनशीलता और पर्यावरणीय स्थिरता के अध्ययन में मदद मिलेगी.
मौसम के प्रति जागरुकता लाना मकसद: इस आयोजन का मकसद छात्र छात्रों में मौसम और जलवायु के प्रति जागरुकता लाना है. राष्ट्रीय मौसम विज्ञान ओलंपियाड के आयोजन से युवा वर्ग में भी पर्यावरण और जलवायु को लेकर मैसेज जाएगा. इसी उद्देश्य से इस खास ओलंपियाड का आयोजन किया गया है. युवाओं और विद्यार्थी वर्ग में इस देशव्यापी आयोजन को लेकर उत्सुकता है. इस पहल से वैज्ञानिक साक्षरता और उससे जुड़े रिसर्च को बढ़ावा मिलेगा.
मौसम विज्ञान ओलंपियाड का आयोजन कब?: राष्ट्रीय मौसम विज्ञान ओलंपियाड का आयोजन 14 दिसंबर 2024 से 15 जनवरी 2025 तक किया जाएगा. कुल एक महीने तक चलने वाले इस ओलंपियान से विद्यार्थियों को पर्यावरण और मौसम से जुड़ी कई जानकारियां मिलेंगी. मौसम, जलवायु परिवर्तनशीलता और पर्यावरणीय स्थिरता की स्टडी के लिए विद्यार्थियों को अनूठा मंच मिलेगा.
कक्षा 8 वीं, 9 वीं और 11वीं के छात्रों के लिए यह कार्यक्रम राज्य-स्तरीय और राष्ट्रीय-स्तरीय प्रतियोगिता में विभाजित किया गया है. ओलंपियाड में प्रतिभागिता निःशुल्क रहेगी. पंजीकरण 1 दिसंबर से 10 दिसंबर 2024 तक हो रहा है. प्रतिभागियों को स्टडी मटेरियल और नमूना प्रश्नपत्र उपलब्ध कराए जाएंगे. रजिस्ट्रेशन के लिए mausam.imd.gov.in/met-oly पर जाकर अधिक जानकारी ले सकते हैं- गायत्रीवाणी कांचीभोटला, मौसम वैज्ञानिक, मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर छत्तीसगढ़
ओलंपियाड विजेताओं के लिए पुरस्कार रखे गए: इस ओलंपियाड में स्टेट लेवल का एग्जाम 14 से15 दिसंबर 2024 तक होंगी. परीक्षाएं ऑनलाइन मोड में आयोजित की जाएंगी. अच्छा प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को 14 जनवरी 2025 को नई दिल्ली में बुलाया जाएगा. वे राष्ट्रीय स्तरीय परीक्षा और कैंप में हिस्सा लेंगे. 15 दिसंबर 2025 को स्थापना दिवस के अवसर पर विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा. राज्य स्तर पर प्रथम पुरस्कार के तौर पर 5,000 रुपए, द्वितीय पुरस्कार के तौर पर 3,000 रुपए और तृतीय पुरस्कार के तौर पर 2,000 रुपए विजेताओं को दिए जाएंगे. जबकि नेशनल लेवल पर प्रथम पुरस्कार 25,000 रुपए, द्वितीय पुरस्कार 15,000 रुपए और तृतीय पुरस्कार 10,000 रुपये प्रदान किए जाएंगे.