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'जो भी सपना पापा का अधूरा रह गया है उसे पूरा करूंगी', बहू के नामांकन में साथ पहुंचे ससुर जीतन राम मांझी - IMAMGANJ ASSEMBLY BY ELECTION

बहू दीपा मांझी के साथ नामांकन के लिए केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी भी पहुंचे. कहा कि इमामगंज विधानसभा उपचुनाव में किसी से चुनौती नहीं.

Imamganj Assembly By Election
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Oct 24, 2024, 12:41 PM IST

गया: जिले की दो विधानसभा उपचुनाव के लिए आज महागठबंधन और एनडीए के अभ्यर्थी नामांकन के लिए डीआरडीए भवन में पहुंच चुके हैं. एनडीए प्रत्याशी दीपा मांझी के साथ उनके ससुर सह केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी भी नामांकन में साथ पहुंचे हैं. इस दौरान केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि दीपा मांझी से बहू का रिश्ता है, लेकिन यह भी सच्चाई है कि वह कर्मठ प्रत्याशी और समर्पित कार्यकर्ता हैं.

जीतन राम मांझी ने किया बहू की जीत का दावा: इस दौरान जीतन राम मांझी ने कहा कि दीपा मांझी जिला परिषद की सदस्य रही हैं. जिला परिषद के अध्यक्ष का चुनाव लड़ी और दो वोट से हारी थीं. इसके अलावा सामाजिक कामों में आगे रहती हैं. बचपन से ही समाज सेवा का भाव रहा है. दीपा मांझी हमारी बहू बाद में है, पहले वह कार्यकर्ता है.

जीतन राम मांझी ने किया बहू की जीत का दावा (ETV Bharat)

"हर तरह से कर्मठ प्रत्याशी हैं. उसी के नामांकन में हम पहुंचे हैं. किसी से कोई चुनावी चुनौती नहीं है. हम नहीं समझते की इमामगंज विधानसभा उपचुनाव में किसी से चुनौती है, इसलिए की इमामगंज में 2015 से पहले बम बारूद और झूठे मुकदमा में फंसना आम बात थी. लोग रात में सोते नहीं थे. जब से हम वहां के विधायक हुए हैं आज वहां शांति है."- जीतन राम मांझी, केंद्रीय मंत्री

'हमने शांति व्यवस्था स्थापित की': उन्होंने आगे कहा कि बूढ़े बुजुर्ग लोग कहते हैं कि हम आज शांति के साथ सोते हैं. शांति व्यवस्था जो स्थापित करना है, उसको कर दिया गया है. जो अनेक कार्य थे वह भी कार्य किए गए हैं. वह स्थल पर देखा जा सकता है. जनता के सारे मुद्दे पूरे होंगे.

दीपा मांझी ने क्या कहा: वहीं इमामगंज से एनडीए प्रत्याशी दीपा मांझी ने कहा कि समर्थन सभी लोगों का मिल रहा है. जो कार्य छूट गए हैं उसको वह पूरा करेंगी. हमारे क्षेत्र से जो समस्या है उसका निदान होगा. हमारे ससुर ने बड़ा काम किया है. विकास का काम और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए छोटे-छोटे रोजगार का भी काम होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी सपना पापा (जीतन राम मांझी) का अधूरा रह गया है, जीत के बाद उसे पूरा करेंगे.

"शिक्षा पर ध्यान होगा. खासतौर से चिकित्सा के लिए बड़ा काम करेंगे, क्योंकि अभी वहां कोई ऐसा अस्पताल नहीं है कि वहां पर बेहतर इलाज हो सके. मेरे ससुर जीतन राम मांझी ने काम किया है लेकिन कोशिश की जा रही है कि और भी काम हो. मेरे ससुर के द्वारा कोई काम नहीं छूटा है और जो काम बचा हुआ है वह पूरा करेंगे."- दीपा मांझी, एनडीए प्रत्याशी

कार्यकर्ताओं में नाराजगी पर क्या बोलीं दीपा मांझी: दीपा मांझी ने कहा कि हमने बेहतर व्यवस्था पहले से कर रखी है. कार्यकर्ताओं के नाराजगी पर कहा कि कुछ नाराजगी नहीं है, विपक्ष अफवाह फैला रहा है. बता दें कि आज 24 अक्टूबर को बेलागंज और इमामगंज विधानसभा के लिए नामांकन एनडीए और महागठबंधन के प्रत्याशी कर रहे हैं. राजद के प्रत्याशी डॉ विश्वनाथ यादव भी डीआरडीए भवन नामांकन करने पहुंचे थे.

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गया: जिले की दो विधानसभा उपचुनाव के लिए आज महागठबंधन और एनडीए के अभ्यर्थी नामांकन के लिए डीआरडीए भवन में पहुंच चुके हैं. एनडीए प्रत्याशी दीपा मांझी के साथ उनके ससुर सह केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी भी नामांकन में साथ पहुंचे हैं. इस दौरान केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि दीपा मांझी से बहू का रिश्ता है, लेकिन यह भी सच्चाई है कि वह कर्मठ प्रत्याशी और समर्पित कार्यकर्ता हैं.

जीतन राम मांझी ने किया बहू की जीत का दावा: इस दौरान जीतन राम मांझी ने कहा कि दीपा मांझी जिला परिषद की सदस्य रही हैं. जिला परिषद के अध्यक्ष का चुनाव लड़ी और दो वोट से हारी थीं. इसके अलावा सामाजिक कामों में आगे रहती हैं. बचपन से ही समाज सेवा का भाव रहा है. दीपा मांझी हमारी बहू बाद में है, पहले वह कार्यकर्ता है.

जीतन राम मांझी ने किया बहू की जीत का दावा (ETV Bharat)

"हर तरह से कर्मठ प्रत्याशी हैं. उसी के नामांकन में हम पहुंचे हैं. किसी से कोई चुनावी चुनौती नहीं है. हम नहीं समझते की इमामगंज विधानसभा उपचुनाव में किसी से चुनौती है, इसलिए की इमामगंज में 2015 से पहले बम बारूद और झूठे मुकदमा में फंसना आम बात थी. लोग रात में सोते नहीं थे. जब से हम वहां के विधायक हुए हैं आज वहां शांति है."- जीतन राम मांझी, केंद्रीय मंत्री

'हमने शांति व्यवस्था स्थापित की': उन्होंने आगे कहा कि बूढ़े बुजुर्ग लोग कहते हैं कि हम आज शांति के साथ सोते हैं. शांति व्यवस्था जो स्थापित करना है, उसको कर दिया गया है. जो अनेक कार्य थे वह भी कार्य किए गए हैं. वह स्थल पर देखा जा सकता है. जनता के सारे मुद्दे पूरे होंगे.

दीपा मांझी ने क्या कहा: वहीं इमामगंज से एनडीए प्रत्याशी दीपा मांझी ने कहा कि समर्थन सभी लोगों का मिल रहा है. जो कार्य छूट गए हैं उसको वह पूरा करेंगी. हमारे क्षेत्र से जो समस्या है उसका निदान होगा. हमारे ससुर ने बड़ा काम किया है. विकास का काम और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए छोटे-छोटे रोजगार का भी काम होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी सपना पापा (जीतन राम मांझी) का अधूरा रह गया है, जीत के बाद उसे पूरा करेंगे.

"शिक्षा पर ध्यान होगा. खासतौर से चिकित्सा के लिए बड़ा काम करेंगे, क्योंकि अभी वहां कोई ऐसा अस्पताल नहीं है कि वहां पर बेहतर इलाज हो सके. मेरे ससुर जीतन राम मांझी ने काम किया है लेकिन कोशिश की जा रही है कि और भी काम हो. मेरे ससुर के द्वारा कोई काम नहीं छूटा है और जो काम बचा हुआ है वह पूरा करेंगे."- दीपा मांझी, एनडीए प्रत्याशी

कार्यकर्ताओं में नाराजगी पर क्या बोलीं दीपा मांझी: दीपा मांझी ने कहा कि हमने बेहतर व्यवस्था पहले से कर रखी है. कार्यकर्ताओं के नाराजगी पर कहा कि कुछ नाराजगी नहीं है, विपक्ष अफवाह फैला रहा है. बता दें कि आज 24 अक्टूबर को बेलागंज और इमामगंज विधानसभा के लिए नामांकन एनडीए और महागठबंधन के प्रत्याशी कर रहे हैं. राजद के प्रत्याशी डॉ विश्वनाथ यादव भी डीआरडीए भवन नामांकन करने पहुंचे थे.

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