खूंटीः एनजीटी की रोक के बावजूद खूंटी के तोरपा रनिया और कर्रा प्रखंड के कारो और छाता नदी से दिनदहाड़े बालू का अवैध उत्खनन जारी है. नदियों से बालू का उठाव रोक पाने में गठित टास्क फोर्स को बालू माफिया लगातार चुनौती दे रहे हैं. इसको रोकने के लिए पहली बार जिला परिषद अध्यक्ष ने डीसी को बालू का अवैध उत्खनन और परिवहन पर रोक लगाने की मांग की है. जिला प्रशासन ने दावा किया है कि गठित टास्क फोर्स कार्रवाई कर रही है.
हालांकि विगत दिनों खनन विभाग ने कार्रवाई करते हुए एक दर्जन से अधिक बालू माफियाओं पर नामजद एफआईआर दर्ज करते हुए तोरपा, कर्रा और रनियां इलाके की कई जगहों पर लाखों सीएफटी डंप बालू सीज किया है. जिला में हो रहे अवैध उत्खनन और परिवहन पर रोक लगाने के लिए जिला परिषद अध्यक्ष मसीह गुड़िया ने पहली पर बालू के अवैध उत्खनन पर रोक लगाने की मांग की है. डीसी को आवेदन देकर रनियां, तोरपा और कर्रा इलाके की नदियों को बालू माफियाओं से बचाने की मांग की है. मसीह गुड़िया ने बताया कि तोरपा, रनियां और कर्रा क्षेत्र में एनजीटी की रोक के बावजूद भी धड़ल्ले से बालू का अवैध उत्खनन हो रहा है.
इस बाबत खूंटी डीसी लोकेश मिश्रा ने कहा कि जिला स्तरीय खनन टास्क फोर्स का गठन किया है साथ ही प्रखंड स्तर पर भी अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए टीम बनाई गई है. उन्हें अवैध उत्खनन और परिवहन की सूचना दे तो जिला प्रशासन कार्रवाई करेगी. उन्होंने कहा कि किसी भी सूत्र के माध्यम से उन्हें जानकारी मिलेगी तो कार्रवाई निश्चित होगी. हालांकि सूत्रों ने दावा किया है कि सरकारी नबरों पर फोन करने के बाद भी कोई रिस्पांस नहीं दिया जाता. हालांकि इस मामले पर डीसी ने कहा कि इस तरह का स्टेटमेंट नहीं दिया जा सकता.
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