दंतेवाड़ा : जिले में 15 धान उपार्जन केंद्रों में जिला प्रशासन धान खरीदी कर रहा है. इसके लिए जिला प्रशासन ने सभी धान खरीदी केंद्रों में किसानों के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराई है.जिला प्रशासन ने समिति बनाकर अवैध धान की बिक्री को रोकने की कोशिश की है.फिर भी ग्राम पंचायत बालुद में अवैध धान बिक्री का मामला सामने आया है.इस धान को व्यापारी किसान के माध्यम से धान खरीदी केंद्र में खपा रहे थे.
700 बोरा धान जब्त : भारतीय किसान मोर्चा संघ जब धान खरीदी केंद्र बालूद निरीक्षण के लिए पहुंचे तो उन्होंने मौके पर किसान द्वारा अलग-अलग टोकन से 700 बोरा से अधिक अवैध धान जब्त किया. जिसे खोलकर भी देखा गया. पूरा धान खराब पाया गया. भारतीय किसान संघ ने बताया कि धान खरीदी मापदंड के विरुद्ध बालुद ग्राम पंचायत में धान खरीदी की जा रही है जिसकी जांच होनी चाहिए. जो भी अधिकारी कर्मचारी इस खेल में शामिल है उन पर कार्रवाई हो.
जिला जिला खाद्य विभाग फूड इंस्पेक्टर संदीप ने मीडिया को बताया कि भारतीय किसान संघ सर्व समाज के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई थी. धान खरीदी केंद्र बालुद में अवैध रूप से धान बेचा जा रहा है. हमने मौके पर पहुंचकर धान का अवलोकन करने पर खराब धान पाया. प्रथम दृष्टि कार्रवाई करते हुए धान को जब्त कर जांच कराई जा रही है.
शुरुआती जांच में पाया गया कि दो किसान भाई अलग-अलग टोकन के माध्यम से धान को बालूद धान केंद्र बेचने के लिए ले गए थे. जिसे आस्वीकृत कर जांच की जा रही है. साथ ही लॉट क्रमांक 5 की धान खराब होने की शिकायत मिली थी. धान खरीदी केंद्र प्रभारियों की अभिरक्षा में दी गई है. आगामी जांच के बाद ही यह क्लियर हो पाएगा कि यह धान किसका था- संदीप कुमार,फूड इंस्पेक्टर
भारतीय किसान संघ अध्यक्ष मधुसूदन ने बताया कि हम भी धान खरीदी केंद्र पहुंचे हैं. यहां पाया गया कि नियम के विरुद्ध धान खरीदी की जा रही है. हम चाहते हैं कि इसकी न्यायिक जांच हो और दोषियों पर कार्रवाई की जाए .वहीं सर्व आदिवासी समाज सदस्य जयदेव ने बताया कि किसान संघ ने सर्व समाज को भी बुलाया था.जिसके बाद हम मौके पर पहुंचे.
हमने भी देखा कि अवैध धान को धान खरीदी केंद्र में बेचा जा रहा है. क्योंकि दंतेवाड़ा एक जैविक जिला है. एक किसान के पास इतनी मात्रा में धान आना असंभव है. व्यापारियों द्वारा किस के माध्यम से अवैध रूप से धान बेचा जा रहा है जिसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कार्रवाई हो- जयदेव मरकाम, सर्व आदिवासी समाज
वहीं कांग्रेस पार्टी का दल भी मौके पर पहुंचा और न्यायिक जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की. कांग्रेस नेता सुलोचना कर्मा बताया कि एक तरफ छत्तीसगढ़ सरकार किसानों की हित की बात करती है. वहीं दूसरी ओर अवैध रूप से व्यापारियों की धान किसानों के माध्यम से धान केंद्रों में बेचा जा रहा है.
आपको बता दें कि धान खरीदी केंद्र में धान जब्त करने के बाद जब किसानों ने एसडीएम और कलेक्टर को फोन लगाया गया तो किसी ने भी जवाब नहीं दिया. यही नहीं धान जब्ती की कार्रवाई के बाद भी तहसीलदार ने मौके का मुआयना नहीं किया.
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