सरगुजा : जिले के उदयपुर के ग्राम सुखरी भंडार में अवैध कोयला खदान धसकने से 2 लोगों की मौत हो गई. हादसे की खबर लगते ही गांव में अफरा तफरी मच गई. सभी लोग कोयला खदान पहुंचे और मिट्टी में दबे दोनों लड़कों को बाहर निकाला. मृतकों में एक नाबालिक भी शामिल है.
खदान में दबने से दो की मौत: शुक्रवार को गांव के तीन लड़के अवैध रूप से कोयला निकालने के लिए खदान में गए थे. तीन में से एक युवक खदान के बाहर ही खड़ा था, जिससे उसकी जान बच गई. लेकिन दो लड़के जो कुंए नुमा खदान में घुसे थे, उनमें से एक भी बाहर नहीं आया. जिसके बाद बाहर खड़े लड़के ने ग्रामीणों और परिजन को सूचना दी. हादसे की खबर लगते ही गांववाले कोयला खदान पहुंचे और दान में दबे दोनों लड़कों को बाहर निकाला. लेकिन तब काफी देर हो गई थी. नाबालिग सहित दोनों लड़कों की मौत हो गई थी.
मृतकों के परिजन बालसाय मझवार और जेठू मझवार हादसे की सूचना थाना में दी. ग्रामीणों ने बताया कि उनका लड़का तिरंगा मझवार 17 साल, बुधलाल मझवार 20 साल और लक्ष्मण मझवार केरा झरिया गुफा में कोयला निकालने गए थे. शुक्रवार शाम पांच बजे कोयला निकालते वक्त ऊपर से मिट्टी धंसक जाने से बुधलाल मझवार और तिरंगा मझवार मिट्टी में दब गए. लक्ष्मण मझवार खदान के बाहर खड़े होने की वजह से बच गया.
"पुलिस जांच के दौरान घटनास्थल का निरीक्षण करने पर पाया कि गुफा के अंदर कोयले की पट्टी है, जिसे निकालने लड़के गए थे. कोयला निकालते वक्त ऊपर से मिट्टी गिरने से दोनों घायल होकर दबे थे, जिससे उनकी मृत्यु हो गई. उदयपुर थाना में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है." - कुमारी चंद्राकर, थाना प्रभारी, उदयपुर थाना
गांववालों को दी गई थी चेतावनी: 11 अप्रैल को वन विभाग ने मीटिंग लेकर गांववालों को कोयला ना निकालने की चेतावनी दी थी. उसके बाद भी दोनों लड़कों ने कोयला निकालने के लिए गुफा के अंदर गए थे. तभी यह दर्दनाक हादसा हो गया. दोनों मृतकों के पिता की सूचना पर उदयपुर पुलिस थाना में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.