देहरादून: आगामी 10 मई से शुरू होने जा रही चारधाम यात्रा के लिए पुलिस लगातार तैयारी कर रही है. जिसके चलते आईजी गढ़वाल केएस नगन्याल ने केदारनाथ धाम यात्रा व्यवस्था ड्यूटी में लगने वाले पुलिस बल और सभी थाना समेत चौकी प्रभारियों की ब्रिफिंग की. ब्रीफिंग के दौरान 'अतिथि देवो भवः' के भाव और उत्तराखंड पुलिस के ध्येय वाक्य 'मित्रता-सेवा-सुरक्षा' के साथ ड्यूटी करने को कहा. साथ ही श्रद्धालुओं की मदद करने के निर्देश दिए.
आईजी गढ़वाल गढ़वाल करन नगन्याल ने ड्यूटी में नियुक्त प्रत्येक पुलिसकर्मी को आचरण और व्यवहार सही रख कर ड्यूटी करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि देश के कोने-कोने से आने वाले श्रद्धालु पुलिस के व्यवहार का अनुभव लेकर यहां से वापस जाते हैं. यदि पुलिस का व्यवहार, बोलने का तरीका सही रहेगा तो श्रद्धालु की आधी समस्या वहीं पर समाप्त हो जाती है. क्योंकि, वो भी सैकड़ों किलोमीटर का सफर कर पहुंचता है. ऐसे में व्यवहार ही परिचय होना चाहिए.
इसके अलावा भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों पर लगातार नजर रखे जाने, सरहदी जिलों से आवश्यक समन्वय बनाए रखने, वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करने को भी कहा गया. साथ ही चारधाम यात्रा के दौरान सोशल मीडिया या ब्लॉगिंग, रील्स बनाकर गरिमा खराब करने का प्रयास करने वालों का चिन्हीकरण कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए. इसके अलावा घोड़ा खच्चर के हॉकरों, डंडी कंडी चलाने वालों का सत्यापन करने को कहा है.
आईजी गढ़वाल करन नगन्याल ने साफ तौर पर हिदायत दी है कि श्रद्धालुओं और यात्रियों के साथ अभद्र व्यवहार की शिकायत नहीं आनी चाहिए. असभ्य शब्दों का इस्तेमाल करने से बचें. पीड़ितों और जरूरतमंदों की मदद करने करें. यात्रा के शुरुआती चरण में भीड़ नियंत्रण, यातायात नियंत्रण के कार्य की चुनौती का सही ढंग से समाधान करने के निर्देश दिए. इसके अलावा हेलीकॉप्टर टिकटों के नाम पर होने वाली ठगी के मामलों में कार्रवाई करने को कहा.
अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी पूजा गर्ब्याल ने लिया जायजा: चारधाम यात्रा की तैयारियां का जायजा लेने पर्यटन विभाग की अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी पूजा गर्ब्याल हरिद्वार पहुंची. जहां उन्होंने चारधाम पर आने वाले यात्रियों के लिए खोले जा रहे पंजीकरण काउंटर का निरीक्षण किया. साथ ही अधिकारियों के साथ बैठक लेकर अहम दिशा निर्देश दिए. उन्होंने उत्तराखंड आने वाले सभी श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि वो अपना पंजीकरण जरूर कराएं. ताकि, चारधाम में होने वाली भीड़ से बचा जा सके. पंजीकरण ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों ही माध्यम से कर सकते हैं.
उन्होंने बताया कि चारधाम आने वाले यात्रियों के पंजीकरण की सुविधा 'पहले आओ पहले पाओ' के आधार पर की गई है. ताकि, श्रद्धालुओं को मंदिर में दर्शन आराम से हो सके. वहीं, ट्रैवल सर्विसेज की समस्याओं के सवाल पर उन्होंने कहा कि पर्यटन से जुड़े व्यवसाययों की ओर से उनके समक्ष अपनी समस्याएं रखी गई है. जिनको लिखित तौर में मांगा गया है. ताकि, उन पर उचित कार्रवाई की जा सके. इससे पहले पंजीकरण से नाराज ट्रैवल्स और होटल व्यावसायियों ने पर्यटन सचिव से मुलाकात की.
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