दुर्ग : रेलवे पुलिस की टीम रविवार को दुर्ग रेलवे स्टेशन में रूटीन सर्चिंग पर निकली थी. इसी दौरान प्लेटफार्म नंबर 4 पर हैदराबाद गुरुकुल के 12 बच्चे लावारिस हालत में मिले. इनमें असम, नगालैंड और छत्तीसगढ़ के बच्चे शामिल हैं. सभी बच्चों की उम्र 8 से 15 साल के बीच है. रेलवे पुलिस ने इन बच्चों को चाइल्ड लाइन को सौंपा है.
सर्चिंग ऑपरेशन के दौरान मिले बच्चे: जानकारी के मुताबिक, रेलवे पुलिस की टीम रविवार को दुर्ग रेलवे स्टेशन में सर्चिंग ऑपरेशन चला रही थी. इसी दौरान प्लेटफार्म नंबर-4 पर बैठे कुछ बच्चों पर उनकी नजर पड़ी. वहां बड़े उम्र का या कोई जिम्मेदार व्यक्ति भी उन बच्चों के साथ नहीं दिखा. जिसके बाद पुलिस ने बच्चों से पूछताछ की और सभी बच्चों को आरपीएफ चौकी ले जाकर बैठाया गया. इसकी सूचना उच्च अधिकारी और चाइल्ड लाइन को दी गई.
"ये बच्चे देश के अलग-अलग हिस्सों से आए हैं. इनमें 3 बच्चे झारखंड, 2 नगालैंड, 1 असम और 6 बच्चे छत्तीसगढ़ से हैं. प्रदेश के 6 बच्चों में 3 रायगढ़, 1-1 पेंड्रा, बलौदा बाजार और जशपुर के शामिल हैं." - एसके सिन्हा, प्रभारी, RPF दुर्ग
अंबिकापुर के योग कार्यक्रम में जा रहे छे बच्चे: पूछताछ में बच्चों ने बताया कि वे हैदराबाद स्थित गुरुकुल के छात्र हैं और सिकंदराबाद से रायपुर एक्सप्रेस से दुर्ग पहुंचे हैं. वह सभी अंबिकापुर में होने वाले योग कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे थे. इन बच्चों के साथ स्कूल प्रबंधन की ओर से कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति नहीं था. रेलवे पुलिस ने सभी बच्चों को चाइल्ड लाइन की मदद से आश्रय गृह भेज दिया है. चाइल्ड लाइन जांच के बाद बच्चे को उनके परिजनों को सौंपेगी.