लखनऊ: राजधानी में ठगी का एक अनोखा मामला सामने आया है. जहां दिल्ली के एक युवक ने अपनी शादी की बात छुपाते हुए एक महिला के साथ निकाह किया. फिर कुछ दिन साथ रहने के बाद दहेज की रकम और जेवर लेकर फरार हो गया. इसके कुछ दिन बाद कूरियर से तलाकनामे के साथ मेहर और इद्दत की रकम का बैंक ड्राफ्ट भेज दिया. वहीं, महिला की शिकायत पर लखनऊ के चौक पुलिस ने आरोपी पति के साथ ही तलाकनामा बनाने वाले 3 मौलवी के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
पीड़िता के मुताबिक, फर्जी तलाकनामे में 3 मौलाना के नाम हैं. जिनमें मोहम्मद हैदर, इम्तियाज हुसैन हैदरी और सखावत अली हैं. इन तीनों की मदद से उसके पति हसन अकबर जैदी ने फर्जी तरीके से तलाकनाम तैयार कराया.
पति दहेज को लेकर करता था मारपीट
पीड़िता ने बताया कि उसका निकाह दिल्ली निवासी सैयद हसन अकबर जैदी से 15 जून 2023 को शाहनजफ इमामबाड़ा हजरतगंज में हुआ था. यह निकाह एक रिश्तेदार के माध्यम से हुआ था. सैयद हसन ने अपने निकाह की बात छिपाई, क्योंकि बाद में पता चला कि वह उसकी तीसरी शादी है. निकाह के बाद वह चिनहट के सिल्वर अपार्टमेंट ले गया. पीड़िता ने बताया कि निकाह के अगले ही दिन से उसके पति दहेज को लेकर मारपीट करने लगा. उसके जेंडर पर सवाल उठाना शुरू कर दिया और अपमानजनक तानें देने लगा. जिसके बाद वह 15 जुलाई 2023 को दिल्ली चला गया. साथ ही दहेज के जेवर और नकद के पैसे भी अपने साथ ले गया.
पति ने भेजा तलाकनामा
पीड़िता ने कहा कि 13 दिसंबर 2023 को पति हसन अकबर ने एक लिफाफा भेजा, जिसमें तीन तलाक का एक लिखित तलाकनामा था. साथ ही दो बैंक ड्राफ्ट रखे थे. इसमें एक 14786 रुपये और दूसरा 12250 रुपये का था. जिसको मेहर और इद्दत के लिए भेजा गया था. पीड़िता ने कहा कि वह किसी तरह बच्चों को घर-घर जाकर ट्यूशन पढ़ा कर अपना खर्च चला रही है. पति के इस तरह छोड़कर जाने और दहेज के लिए जोड़ी पाई-पाई रकम हड़पने से उसका मानसिक संतुलन तक बिगड़ गया है. जिससे वह डिप्रेशन की स्थित में है. वहीं, इस मामले में चौक थाना प्रभारी नागेश्वर उपाध्याय ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर पति और तीन मौलाना पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है.