अलवर. सफाई कर्मियों ने वेतन का भुगतान नहीं होने के कारण शनिवार की रात को अचानक कार्य बंद कर दिया और नगर निगम के बाहर धरने पर बैठ गए. सफाई कर्मी जीतू कुमार का कहना है कि उनके ठेकेदार ने वेतन का अब तक भुगतान नहीं किया है. जबकि सफाई कर्मियों को हर माह की सात तारीख को वेतन देने का प्रावधान है. समय पर वेतन नहीं मिलने से सफाई कर्मियों के समक्ष परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है. सफाई कर्मियों का एक महीने का वेतन बकाया है. ठेकेदार अभी 15 मई को वेतन देने की बात कह रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब तक ठेकेदार वेतन का भुगतान नहीं करेंगे तब तक कोई भी सफाई कर्मी कार्य पर नहीं जाएंगे.
सफाई कर्मियों का कहना था कि वे रात भर अलवर के बाजारों की सफाई करते हैं. इस कारण ही शहर स्वच्छ रहता है. यदि वेतन नहीं मिला तो शहर की सफाई व्यवस्था ठप हो जाएगी और शहर गंदगी से अट जाएगा. इसके लिए सफाई कर्मी जिम्मेदार नहीं होंगे, बल्कि सफाई ठेकेदार एवं नगर निगम की जिम्मेदारी होगी. सफाई कर्मी राजेश ने बताया कि वेतन के लिए ठेकेदार आज कल देने की बात कह रहे हैं, जबकि वेतन का भुगतान नहीं कर रहे. जमादारों का कहना है कि सोमवार को उनके वेतन का भुगतान होगा, लेकिन सफाई कर्मियों का कहना है कि जब उनके वेतन का भुगतान होगा, तभी कर्मचारी काम पर लौटेंगे.
जमादारों पर लगाया दुवर्यवहार का आरोप : सफाई कर्मियों ने जमादारों पर दुव्र्यवहार करने का आरोप लगाया, उनका कहना था कि सफाई कर्मियों के परिवारों में छोटे-छोटे बच्चे हैं. बिना वेतन के परिवार में बच्चों का भरण पोषण करना मुश्किल हो रहा है. जब जमादारों से वेतन की बात करते हैं तो घर जाने की बात कहते हैं, उन्होंने कहा कि वेतन उनकी मेहनत का पैसा है. जो उन्हें समय पर मिलना चाहिए.