कैमूर (भभुआ): बिहार के कैमूर में तीन मासूम बच्चियों के एक साथ अपहरण होने की खबर ने इलाके में सनसनी फैला दी. करीब 10 वर्ष की उम्र की इन बच्चियों को मानव तस्करी के लिए निशाना बनाए जाने की आशंका है. पुलिस की सतर्कता और तेजी से चलाए गए जांच अभियान के चलते बच्चियों को सकुशल बरामद कर लिया गया. दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस अब इस गंभीर मामले की गहराई से जांच कर रही है.
अपराधियों तक कैसे पहुंची पुलिसः एक साथ तीन बच्चियों के गायब होने की सूचना पर पुलिस हरकत में आयी. तत्काल चेकिंग अभियान चलाया गया फिर सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले गये. सीसीटीवी फुटेज में एक कबाड़ीवाला संदिग्ध हालत में दिखा. उसका पता किया गया. उसके घर पर पुलिस पहुंची तो पता चला कि वह खेत की ओर गया है. पुलिस ने वहां छापेमारी की तो दो बच्चियों को बरामद किया गया. मौके से दो अपराधियों को भी गिरफ्तार किया गया.
सभी बिंदुओं पर पुलिस कर रही जांचः पूछताछ में पता चला कि पुलिस की दबिश से घबराकर एक बच्ची को उसके घर के पास छोड़ आया था. उस बच्ची की तबियत खराब लग रही थी. इलाज के लिए अस्पताल लाया गया तो पता चला कि नशीला पदार्थ सूंघाकर ले जाया गया था. गिरफ्तार दोनों अपराधियों के नाम छोटन चौहान और रामबली चौहान है. फिलहाल पुलिस पूछताछ कर रही है कि इन लोगों ने ऐसे कितने घटना को अंजाम दिया है. मानव तस्करी से इसके तार जुड़े होने की भी जांच की जा रही है.
"पुलिस को सूचना मिली थी कि भभुआ से तीन बच्चियां गायब हैं. तत्काल पुलिस द्वारा शहर में जांच अभियान लगा दिया गया. सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया. एक कबाड़ी वाले की गतिविधि संदिग्ध दिखी. उसके घर छापेमारी की गयी. वहां से उसके एक ठिकाने का पता चला, जहां से दो बच्चियों को बरामद किया गया. एक बच्ची को छोड़ दिया था."- शिव शंकर कुमार, एसडीपीओ भभुआ
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