हरिद्वार: हरिद्वार नगर निगम की पहली बैठक में खूब हंगामा हुआ. बैठक में विपक्षी पार्षदों ने पहले सीवर, बिजली, पानी, पेंशन, राशन कार्ड जैसी समस्याओं को संबंधित अधिकारियों के सामने रखा फिर जमकर हंगामा किया. हालांकि बैठक के बाद , टाऊन हॉल के स्थान पर बैकेंट हॉल के निर्माण और निगम की अवैध कब्जे वाली जमीनों को मुक्त करा कर व्यवसायिक उपयोग सहित कई अन्य प्रस्ताव बहुमत के आधार पर पास कर दिए गए.
सोमवार को हरिद्वार सीसीआर में नगर निगम बोर्ड बैठक शुरू होते ही कांग्रेस पार्षदों ने मुख्य नगर अधिकारी से निकाय मतदाता सूची में भारी संख्या में काटे गए मतदाताओं के संबंध में जानकारी मांगी. जिसको लेकर भाजपा पार्षदों ने हंगामा खड़ा कर दिया और बिना बैठक के ही सभी प्रस्ताव पास कर लिए. इसके बाद मेला नियंत्रण कक्ष में ही कांग्रेस पार्षदों ने एमएनए के खिलाफ धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. कांग्रेस पार्षदों ने नव निर्वाचित महापौर और भाजपा पार्षदों पर निगम की भूमि को खुर्द-बुर्द करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की.
बता दें कि निकाय चुनाव में मतदाता सूची में भारी अनियमितताएं सामने आई थीं. काफी लोगों के नाम मतदाता सूची से गायब थे. जिस कारण से बड़ी संख्या में लोगों को मतदान से वंचित रहना पड़ा था.
नगर निगम हरिद्वार की पहली बोर्ड बैठक हंगामे की भेंट चढ़ गई. कांग्रेस पार्षदों ने नगर निगम चुनाव में वार्डों में वोट काटने को लेकर सहायक नगर आयुक्त श्याम सुंदर से जवाब मांगा. इस पर भाजपा पार्षद लामबंद होकर इसका विरोध करने लगे दोनों ओर से जमकर आरोप प्रत्यारोप पर हो हंगामा चलता रहा. हो हंगामा के बीच भाजपा की महापौर और बोर्ड ने सर्वसम्मति से एजेंडा में शामिल सभी बिंदुओं को पास कर दिया और सदन से बाहर निकल गए. जिसका कांग्रेसी पार्षदों ने जमकर विरोध किया.
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