शिमला: हिमाचल कांग्रेस में आने वाले समय में पड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा. प्रदेश सहित जिला और ब्लॉक स्तर पर ही जल्द ही नई कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा. जिसमें अब केवल पार्टी के लिए दिन रात पसीना बहाने वालों को ही मौका दिया जाएगा. प्रदेश में साल 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले हिमाचल में कांग्रेस के संगठन को मजबूत किया जाएगा. जिसमें पार्टी के प्रति पिछले कई सालों से फील्ड में काम करने और लोगों के बीच में प्रभाव रखने वाले नेताओं को मौका दिया जाएगा. इसके लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने हिमाचल में कांग्रेस कार्यकारिणी के पुनर्गठन से पहले पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं. प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने चारों संसदीय क्षेत्रों और सभी जिलों के लिए ऑब्जर्वर लगाए हैं. जिनकी फीडबैक के आधार पर नई कार्यकारिणी का गठन होगा.
ये हैं पर्यवेक्षक
सभी जिलों में तैनात किए गए ऑब्जर्वर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला के अधीन कार्य करेंगे. इसमें गुरप्रीत को मुख्यमंत्री के गृह लोक सभा क्षेत्र हमीरपुर का पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है. इसी तरह से प्रदेश के सबसे बड़े कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र में शांतनु चौहान को पर्यवेक्षक को बनाया गया है. कभी कांग्रेस का गढ़ रहे शिमला संसदीय क्षेत्र का जिम्मा ओमवीर यादव और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह लोकसभा क्षेत्र से मंडी से गौरव भाटिया को पर्यवेक्षक लगाया है.
इनको मिली जिलों की जिम्मेदारी
इसी तरह से जिला स्तर पर फीडबैक देने के लिए भी पर्यवेक्षक की तैनाती की गई है. इसमें मंडी के लिए मुजफ्फर गुर्जर, सिरमौर के लिए चरणजीत सिंह निक्कू, शिमला जिले के लिए राजीव वर्मा, कुल्लू के लिए पुरुषोतम नागर, सोलन के लिए प्रवीण चौधरी, कांगड़ा के लिए रवि ठाकुर, ऊना के लिए रूद्र प्रताप, चंबा जिले के लिए अखिलेष, बिलासपुर के लिए दीपक, हमीरपुर जिले के लिए प्रभाकर झा, जिला लाहौल स्पीति के लिए मनोज कौशिक व किन्नौर जिले के लिए शिवराम बाल्मीकि को पर्यवेक्षक का जिम्मा सौंपा गया है.
ऐसे में अब पर्यवेक्षक की फीडबैक के आधार पर कांग्रेस की जिला व ब्लॉक स्तर पर कांग्रेस कमेटी का गठन किया जाएगा. बता दें कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस की राज्य, जिला व ब्लाक स्तर की कार्यकारिणी को भंग कर दिया था. जिसके बाद अब नई कार्यकारिणी का गठन होना है. जिसके लिए पर्यवेक्षक की तैनाती करने के साथ ही प्रक्रिया शुरू हो गई है.