शिमला: हिमाचल प्रदेश में क्रिप्टो करेंसी का 2000 करोड़ यानी 20 अरब रुपए का घोटाला हुआ है. अभी तक इसमें 20 मामले दर्ज हुए हैं और पुलिस ने इस मामले में 89 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है. ये जानकारी हिमाचल विधानसभा के मानसून सेशन में सामने आई है. इस मामले में अब तक कुल छह लोगों की धनराशि वापस की गई है.
गुरुवार को मानसून सत्र के दौरान कांग्रेस विधायक केवल सिंह पठानिया ने इस बारे में सवाल पूछा था. सदन में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की ओर से लिखित जवाब में बताया कि ये क्रिप्टो करेंसी घोटाला लगभग 20 अरब रुपए का है. केवल सिंह पठानिया ने पूछा कि पिछले 3 सालों के दौरान 31 जुलाई 2024 तक प्रदेश में क्रिप्टोकरेंसी घोटाले के कितने मामले दर्ज हुए और कितने आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं. साथ ही उन्होंने क्रिप्टो करेंसी घोटाले में जो धनराशि वापस आई, उसके बारे में भी जानकारी मांगी थी.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लिखित जवाब में बताया कि हिमाचल प्रदेश में क्रिप्टो करेंसी घोटाला लगभग 20 अरब रुपए का है. पहले भी प्रदेश विधानसभा में यह मामला उठता आ रहा है. सबसे पहले यह मामला हिमाचल प्रदेश विधानसभा में निर्दलीय विधायक रहे होशियार सिंह ने उठाया था. बाद में राज्य सरकार ने इस मामले में कमेटी का गठन किया था.
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की ओर से लिखित जवाब में बताया गया कि जिन लोगों को राशि वापिस की गई है, उनमें देहरा के रविंद्र शर्मा को 38 हजार रुपए, देहरा के राज कुमार को 1 लाख 96 हजार रुपए, देहरा के सतपाल राणा को 38 हजार रुपए, हरिपुर के सुरेंद्र सिंह को एक लाख रुपए, बैजनाथ के यशवीर सिंह को 5 लाख 40 हजार रुपए और मंडी सदर के रहने वाले मनोज कुमार को 2 हजार 24 हजार की राशि लौटाई गई. इस तरह अब तक कुल 11 लाख 36 हजार रुपए की राशि वापस लौटाई जा चुकी है.
ये भी पढ़ें: हिमाचल में कड़े फैसले लेने की तैयारी, सीएम ने कहा- फ्री बिजली नहीं देंगे, खजाना लुटाते रहे तो बिगड़ेंगे हालात