कांकेर : कांकेर शहर की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए 3 साल पहले चौक चौराहों पर सीसीटीवी लगाए गए थे. अब ये सीसीटीवी कैमरे बंदे पड़े हैं और धूल फांक रहे हैं. हालत यह है कि अगर चौराहों पर कोई बड़ी घटना हो जाए तो पुलिस को दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरों का सहारा लेना पड़ता है.
चौक चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे खराब : कांकेर शहर के सभी महत्वपूर्ण चौराहों पर पुलिस विभाग ने सीसीटीवी कैमरे लगाए थे. इन कैमरों की मदद से पुलिस शहर के सभी चौराहों पर नजर रखती थी. कई आपराधिक मामलों में पुलिस को इसका लाभ भी मिला. जब कभी चौराहों पर जाम लगता तो तत्काल थाना से जवान पहुंच जाते थे. यातायात नियमों का पालन नहीं करने वाले वाहनों पर भी पुलिस की नजर रहती थी. लेकिन वक्त के साथ चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे धीरे धीरे खराब होते गए.
आए दिन शहर में चोरी की वारदात हो रही है. पहले गली मोहल्ले में चोरी होती थी. अब शहर के मुख्य मार्ग में चोरी की वारदात हो रही है. जल्द से जल्द सीसीटीवी कैमरों को सुधारना चाहिए ताकि कैमरों की मदद से इन अपराधियों पर नकेल कसी जा सके : पप्पू मोटवानी, व्यापारी
सीसीटीवी का मेंटनेंस नहीं : 3 साल पहले मिशन सिक्योर के तहत 3 करोड़ की लागत से 25 मुख्य चौक चौराहों और आवाजाही वाली जगहों पर 82 सीसीटीवी लगाए गए थे. इनमें 59 बुलेट कैमरे, 11 एएनपीआर कैमरे और 12 पीटीजेड कैमरे शामिल हैं. सीसीटीवी से निगरानी के लिए बाकायदा कांकेर कोतवाली थाना में निगरानी सेंटर बनाए गए, जहां बड़े बड़े स्क्रीन लगाए गए थे. लेकिन साल भर चलने के बाद एक के बाद एक सभी सीसीटीवी बंद हो गए. लेकिन शासन प्रशासन और पुलिस विभाग ने ध्यान ही नहीं दिया.
कांकेर शहर के चौक चौराहों पर बंद पड़े सीसीटीवी कैमरे काफी चिंता का विषय है. यह एक गंभीर लापरवाही है. चेम्बर की तरफ से हमने सीसीटीवी सुधारने की मांग रखी है : अनूप शर्मा, अध्यक्ष, चेम्बर ऑफ कॉमर्स कांकेर
एसपी ने कैमरों को सुधारने दिए निर्देश : कांकेर शहर ही नहीं बल्कि जिले के ब्लॉक मुख्यालय चारामा, अन्तागढ़, भानुप्रतापपुर में भी लगे सीसीटीवी बंद पड़े हुए है. इस संबंध में कांकेर एसपी आई के एलिसेला ने कहा कि कांकेर शहर और बाकी जगह लगे हुए कैमरे कुछ मेंटनेंस इश्यू की वजह से बंद पड़े हुए हैं. जल्द चालू करने के निर्देश दिए गए हैं. संबंधित अधिकारी को सभी कैमरे दुरुस्त कराने का निर्देश दिया गया है.